
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। प्रजातांत्रिक व्यवस्था में आंदोलन अपराध नहीं अधिकार है किसी भी क्षेत्र में समस्याएं पैदा होना और उनके समाधान का प्रशासनिक प्रयास तथा उसका सार्वजनिक प्रकाशन नहीं होना आंदोलन का जन्मदाता और प्रशासनिक नाकामी का प्रतीक है। क्षेत्रीय समस्याओं की जानकारी, समाधान का आग्रह, और आंदोलन के चेतावनी का नोटिस देने के बाद भी समाधान के प्रति प्रशासनिक उदासीनता आंदोलन के लिए प्रेरणा है जिले में सभी कांग्रेसी आंदोलनकारियो के विरुद्ध पंजीबद्ध अपराध प्रशासन को वापस लेना चाहिए। बीते दिनों सिंगरौली जिले के परसौना तिराहे पर कांग्रेस नेता पूर्व प्रदेश कांग्रेस सचिव श्री भास्कर मिश्रा के नेतृत्व में सार्वजनिक हितों एवं जन जीवन के सुरक्षा को लेकर 13 जुलाई को आयोजित आंदोलन को असफल करने के लिए आंदोलन प्रारंभ होने के पूर्व ही पुलिस प्रशासन द्वारा भास्कर मिश्रा एवं नगर निगम पार्षद श्री रामगोपाल पाल सहित 6 कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर अपराध पंजीबद्ध कर गिरफ्तार करने की कार्यवाही की है जिस पर जिला कांग्रेस कमेटी सिंगरौली ग्रामीण अध्यक्ष ज्ञानेंद्र द्विवेदी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह प्रशासनिक प्रक्रिया गैर जिम्मेदाराना एवं नैसर्गिक न्याय के विपरीत है। कांग्रेस नेता द्वारा जिला प्रशासन को समस्याओं के साथ आंदोलन की (ज्ञापन) सूचना 15 दिवस पूर्व दे दिया गया था तत्संबंध में प्रशासन को समय रहते त्रिपक्षीय बैठक कर समाधान के संबंध में सकारात्मक चर्चा कर आंदोलन रोकने का प्रयास करना चाहिए था किंतु ऐसी पहल नहीं करना आंदोलन को ही प्रोत्साहित है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि आवेदन, आग्रह, अनुग्रह के बाद भी जब समस्याओं के समाधान की दिशा में प्रशासनिक प्रयास नहीं दिखता तो आंदोलन अंतिम विकल्प मानकर करना आवश्यक हो जाता है यह किसी संगठन, जनप्रतिनिधि एवं व्यक्ति का शौक नहीं लोकतंत्र में आम आदमी का अधिकार है अपराध नहीं है। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन से अपेक्षा है कि पूर्व सचिव प्रदेश कांग्रेस श्री भास्कर मिश्रा सहित 06 अन्य नेताओं एवं जिला कांग्रेस ग्रामीण महामंत्री, जनपद सदस्य श्री राजेश सिंह राजू, जिला किसान कांग्रेस अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य श्री अशोक सिंह पैगाम (देवसर) तथा अन्य कांग्रेस नेताओं द्वारा किए गए धरना, प्रदर्शन एवं आंदोलन के विरुद्ध पंजीबद्ध सभी अपराधिक प्रकरण जिला प्रशासन द्वारा वापस किया जाना चाहिए, यदि जिला प्रशासन इस विषय पर गंभीरता पूर्वक विचार कर सकारात्मक निर्णय नहीं करता है तो जिला कांग्रेस कमेटी सिंगरौली को आगामी दिनों में उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।