सफेद शेर की पहचान से मोहताज सीधी: कुसमी टाइगर रिजर्व में फिर उठी शेर लाने की मांग
सांसद ने सदन में मुद्दा उठाने की कही बात

ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। मध्यप्रदेश के सफेद शेर के नाम से जाना जाने वाला सीधी आज अपनी पहचान का मोहताज है। देश ही नहीं प्रदेश में सफेद शेर का कुनबा बढ़ाने सरकार द्वारा प्रयास लगातार जारी है लेकिन रीवा स्टेट का पहला सफेद शेर सीधी के कुसमी टाइगर रिजर्व के पंखोरा का जंगल आज भी वीरान है।
सफेद शेर की पहचान से मोहताज—
विंध्य का सीधी जिला आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र माना जाता है। जहां की धरती ने देश में सफेद शेर को जन्म दिया। लेकिन दुर्भाग्य है इस जिले का कि पहला सफेद शेर सीधी में मिलने के बाद भी आज तक यहां न ही सफेद शेर लाया गया और ना ही सफेद शेर की धरती को विकसित करने कोई ठोस कदम उठाए गए। वहीं सफेद शेर के मामले पर सत्ता पक्ष के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री द्वारा सीधी में आयोजित निजी कार्यकम के दौरान मंच से कहा कि सफेद शेर विंध्य का गौरव है। विंध्य का गौरव इसलिए है क्योंकि सफेद शेर सीधी में पकड़ा गया। पाला रीवा में गया। इसलिए विंध्य क्षेत्र का विकास तेजी से हो रहा है।
सांसद ने कही सदन में मुद्दा उठाने की बात—
सीधी के सांसद राजेश मिश्रा की मानें तो सदन में इस बात को गंभीरता से उठाएंगे। साथ ही विभाग के मंत्रियों से बात कर पहल की जाएगी। उन्होंने कहा मैं चाहता हूं कि सीधी में एक बार फिर सफेद शेर आए। टूरिज्म का हब बने। दुबरी अभ्यारण का जो क्षेत्र है। मोहन का क्षेत्र है। वहां पुनः हम सफेद शेर की धरती के रूप में स्थापित करे। साथ ही विभाग के जिम्मेदारी अधिकारियों की माने तो सफेद शेर सीधी की धरोहर है। विश्व में जितने सफेद शेर है। सब का पूर्वज मोहन ही है। क्षेत्र की जनता और जनप्रतिनिधि चाहेंगे तो निश्चित रूप से संभव है। वहीं अगर सफेद शेर के श्रेय लेने की बात पर कहा कि यहां कोई श्रेय लेने की बात नहीं है। मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर नियमित हो चुका है। सफेद शेर वहां देखा जा सकता है। सफारी होने की वजह से थोड़ा श्रेय दिया जा सकता है। युवा वर्ग के नेता शिवसेना प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि सीधी का सफेद शेर जिले का अस्तित्व है। जिले की पहचान है। इस पहचान को वापस दिया जाए। यही मांग है। साथ ही आगामी दिनों में सफेद शेर के लिए ज्ञापन के माध्यम से जिम्मेदार अधिकारियों के समक्ष बात रखी जाएगी। साथ ही सत्तापक्ष जिम्मेदार जनप्रतिनिधि द्वारा जिले की जनता के साथ धोखा कर रहे है। अगर जनप्रतिनिधि जिम्मेदारी के साथ मामले को उठाएंगे तो सफेद शेर जल्दी वापस आएगा।।