“अब्बू मुझे कभी भी फांसी हो सकती है, रोना मत”:बांदा की शहजादी ने दुबई जेल से की बात, बोली-अब समय खत्म


ये शहजादी है जो दुबई जेल में बंद है।
शहजादी ने 10 मिनट तक अब्बू-अम्मी से बात की—
शुक्रवार रात को शहजादी को कोर्ट के कैप्टन ने बताया तुम्हारा समय पूरा हो चुका है। तुम्हें 24 घंटे के अंदर फांसी दे दी जाएगी। कैप्टन ने उससे उसकी आखिरी इच्छा पूछी। शहजादी ने अब्बू-अम्मी से बात करने की इच्छा जताई। शहजादी ने 10 मिनट तक अपने अब्बू-अम्मी से बात की। इसके बाद फोन काट दिया गया।
इन दोनों ने शहजादी पर केस दर्ज करवाया था।
हमारे साथ तो वैसे भी बहुत एक्सीडेंट हुए हैं—
शहजादी शहजादी ने फोन पर अपने अब्बू-अम्मी से कहा अब इस कोर्ट-कचहरी के चक्कर में मत पड़ना। कैप्टन आए थे। उन्होंने बताया टाइम नहीं है मेरे पास। उन्होंने हमें दूसरे रूम में रख दिया है। 2 साल से आप लोगों को नहीं देखा है। हम पर कोई कर्ज नहीं है। आप लोग बिल्कुल टेंशन मत लेना। हमारे साथ तो वैसे भी बहुत एक्सीडेंट हुए हैं। एक आखिरी एक्सीडेंट और हो रहा है। फिर कोई एक्सीडेंट नहीं होगा। आप लोगों को मुझे भूलना पड़ेगा। हमें किसी से कोई शिकायत नहीं है। फोन कट जाएगा। उसके बाद आप लोग परेशान मत होना। वहीं शहजादी के अब्बू-अम्मी भी फोन पर रोते रहे। दोनों बेटी से माफी मांगते रहे। कहते रहे। हम तेरे लिए कुछ नहीं कर पाए। तुझको नहीं बचा पाए। क्या करें? जो बचा लें तुझको। तू वापस आ जा मेरी बच्ची।
इस बच्चे की मौत का आरोप शहजादी पर लगा है।
पूरा मामला—
शहजादी बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गांव गोयरा मुगली की रहने वाली है। दुबई जाने से पहले शहजादी सामाजिक संस्था ‘रोटी बैंक’ में काम करती थी। साल 2021 में उसका फेसबुक के जरिए आगरा में रहने वाले उजैर से संपर्क हुआ। उजैर ने झूठ बोल कर शहजादी को अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। शहजादी का चेहरा एक साइड से बचपन में झुलस गया था।
शहजादी को दुबई में एक दंपती को बेच दिया—
उजैर ने चेहरा सही करवाने के लिए शहजादी को आगरा बुला लिया। इसके बाद उसे इलाज करवाने के नाम पर नवंबर 2021 में दुबई में रहने वाले दंपती फैज और नादिया के हाथों बेच दिया। शहजादी तब झूठ बोलकर दुबई गई थी। दुबई में शहजादी को फैज और नादिया बहुत परेशान करते। उसने कई बार इंडिया आने की सोची लेकिन वो लोग वापस नहीं आने दे रहे थे।
ये उजैर है जिसने शहजादी को दुबई में बेच दिया था।
दुबई में शहजादी के साथ मारपीट होती थी—
शहजादी ने पहले बताया था। वो दोनों उसको घर में बंद करके रखते थे। कभी बाहर नहीं निकलने देते। मारपीट करते। फैज और नादिया का एक 4 महीने का बेटा था। जो काफी बीमार रहता था। इसी बीच उसकी मौत हो गई। जिसका इल्जाम फैज और नादिया ने शहजादी पर लगा दिया। पुलिस केस हुआ और शहजादी को जेल भेज दिया गया।
शहजादी को फांसी की सजा होने की जानकारी मिलते ही उसके अब्बू परेशान हो गए।
बेटी को सलामत रखने की दुआ मांग रहा परिवार— शहजादी का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। शहजादी के अब्बू-अम्मी ने उसको बचाने के लिए सब जगह मदद मांगी लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब परिवार के लोग अल्लाह से बेटी को सलामत रखने की दुआ मांग रहे हैं। जब से परिवार को शहजादी को फांसी की सजा होने की जानकारी मिलने के बाद से घर में मातम छाया है।।