पहले कबाड़ के चलते 07 लोगो की मौत, रेत के चलते पटवारी व पुलिस कर्मी की मौत, अब कोयला के चलते लोगो की मौत
आखिर शहडोल की प्रशासन को पैसों की कितनी भूख लालच और कितने लोगों की जिंदगियों के साथ खेलेगी प्रशासन

ऑपरेशन टाईम्स शहडोल।। लोगो का कहना कि इनकी मौत के जिम्मेदार प्रशासन है। अधिकारियों व पुलिस को कई बार जानकारी दी लेकिन इन्होंने पैसों की लालच के आगे लोगो की जिंदगी नही देखी। यह कोई पहली बार मामला नही हुआ कई बार हो चुका है और कइयों की मौत हुई है और इतना बस ही नहीं के कोयला के कारण बस हुई। पिछले साल कबाड़ के चलते भी कई लोगो की सुरंग से लासे निकली थी। पुलिस हो प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारी पहले से कुछ कार्यवाही नही करते है। जब किसी की मौत हो जाती है। लासे पे लासे निकलती है। फिर प्रशासन एक्सन में वो भी 15 दिनों के लिए आता है। अपनी वाह वाही दिखाने के लिए खबर के माध्यम से मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री व डीजीपी साहब भोपाल को दिखाने के लिए आता है। ताकि यहां बैठे अधिकारी कर्मचारी पर कोई बात नही आये और फिर वही पैसों के चलते मौत का खेल चालू हो जाता है। चाहे वो रेत का कारोबार हो या फिर कबाड़ कोयला का अभी कई दिनों से अखबारों में रोज प्रकाशित हो रही खबर कबाड़ व रेता कोयला की लेकिन पैसों की लालच के चलते कोई एक्सन नही हो रहा है। वह दिन दूर नही फिर कबाड़ व रेत के चलते लोगो की मौत होगी और फिर पुलिस एक्सन में आयेगी। अब देखना है कि इस खबर को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव जी व मध्यप्रदेश के पुलिस के बड़े साहब डीजीपी साहब को ट्विटर एक्स के माध्यम से पोस्ट की जाएगी तो क्या कोई बड़ा एक्सन लेते है। क्या कबाड़ रेत कोयला पर लगाम लगेगी कि नही या ऐसे ही नीचे से ऊपर तक पैसों का खेल प्रशासन खेलेगी लोगो की मौत के साथ।
पांच बेटियों के सिर से उठा मां बाप का साया—
जिले के बुढार थाना क्षेत्र के धनगंवा में रविवार को अवैध रूप से कोयला उत्खनन करने खदान में उतरे दंपती ओमकार यादव एवं पार्वती यादव की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने मंगलवार को दो लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। वहीं धनगंवा निवासी ओमकार यादव और उसकी पत्नी की मौत के बाद उनकी पांच बेटियों के सिर पर हाथ रखने वाला कोई नहीं बचा है। उल्लेखनीय है कि धनगंवा के जिस क्षेत्र में यह अवैध उत्खनन का खेल चल रहा है वह एरिया तकरीबन 20 एकड़ के आसपास है। इस तरह से पुलिस की सह पर यह सब चल रहा है। इस अवैध उत्खनन के खेल में माफिया के साथ ऊपर से नीचे तक सब लगे हुए हैं। इस तरह की घटनाएं इस क्षेत्र में पहले भी हुई हैं और कई लोगों की जानें गई हैं। इन घटनाओं के बाद प्रशासन जांच और कार्रवाई का झुनझुना बजाता रहा पर हुआ आज तक कुछ नहीं। बुढार थाना प्रभारी संजय जायसवाल का कहना है कि इस मामले में अवैध कोयला उत्खनन कराने वाले कोमल यादव एवं बुधू महाराज पर मामला दर्ज कर लिया गया है। यह दोनों फरार हैं।
अवैध कोयला खदान ढहने से पति-पत्नी की मौत, जेसीबी से निकाले गए शव, माफिया के खिलाफ ग्रामीणों का हंगामा —
देर रात जेसीबी की मदद से दोनों कार्यालय शवों को बाहर निकाला जा सकाग गए। बुढ़ार थाना प्रभारी संजय जायसवाल ने बताया- दंपती खदान में घुसकर कोयला निकाल रहे थे। इसी दौरान मिट्टी ढहने से दोनों दब गए। हादसे के बाद वहां मौजूद अन्य मजदूर भाग गए। सूचना गांव में पहुंची तो ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। ग्रामीणों को शक था कि खदान में कई मजदूर दबे हुए हैं। इस पर अधिकारियों ने ई जेसीबी से खुदाई कराई। हालांकि दंपत्ति के अलावा कोई और शव नहीं मिला।
क्षेत्र की सभी खदानें जेसीबी से ध्वस्त—
जिले के बुढ़ार थाना क्षेत्र में अवैध कोयला खदान धंसने से दंपती की दबकर मौत हो गई। इनकी पहचान ओमकार यादव उर्फ भौतू (40) और उसकी पत्नी पार्वती यादव (36) के रूप में हुई है। हादसा शाम करलाल को धनगवां गांव में हुआ। खनन माफिया ने इसे छिपाने की कोशिश की। ग्रामीणों ने हंगामा किया तो मामला सामने आया। सूचना मिलते ही कलेक्टर डॉ. केदार सिंह और एसपी रामजी श्रीवास्तव मौके पर पहुंचे। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में चल रही ऐसी सभी खदानों को बंद करने के आदेश दिए। तुरंत हरकत में शहजाद आते हुए प्रशासनिक अमले ने मदद करने का काम शुरू किया। जो पूरी रात चलता रहा।
लंबे समय से चल रहा है अवैध खनन—
ग्रामीणों ने कलेक्टर और एसपी को बताया कि गांव में पिछले कई महीनों से अवैध कोयला खदानें चल रही हैं। रोजाना कई मजदूर सुरंग में घुसकर कोयला निकालते हैं। इसकी शिकायत कई बार स्थानीय अधिकारियों से की गई, लेकिन किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की। कलेक्टर डॉ. केदार सिंह ने कहा धनगवां गांव में मिट्टी ढहने से दंपत्ति की मौत हो गई। मौके पर अवैध कोयला उत्खनन किया जा रहा था। जिसके कारण यह हादसा हुआ। अवैध खदानों को बंद करने और मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।