PM आवास की दूसरी किस्त को लेकर सरपंच मांग रहा था पैसे, लोकायुक्त की चंगुल में फंसा रिश्वतखोर सरपंच

ऑपरेशन टाईम्स भोपाल।। रतलाम जिले के बिंजाखेड़ी गांव के रहने वाले आवेदक विनोद डाबी ने शिकायत की थी कि उसकी मां सगुन बाई के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हुआ था। पीएम आवास की दूसरी किस्त मां के खाते में डलवाने के लिए जब ग्राम पंचायत इटावा खुर्द के सरपंच घनश्याम कुमावत के पास पहुंचा तो उसने रिश्वत की मांग की। वहीं लोकायुक्त की कार्रवार्र के दौरान सरपंच ने कहा ये पुरान लेनदेन का मामला था। उज्जैन लोकायुक्त ने गुरुवार 17 अप्रैल को दोपहर रतलाम जनपद की ग्राम पंचायत इटावाखुर्द के सरपंच घनश्याम कुमावत को 20 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। सरपंच पर पीएम आवास की दूसरी किस्त खाते में डलवाने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप था। दिनांक 15/04/2025 को विनोद डाबी आवेदन पत्र देकर शिकायत की थी कि उसकी मां सुगन बाई के नाम से प्रधानमंत्री आवास की दूसरी किस्त स्वीकृति हुई है लेकिन मां के खाते में किस्त डलवाने के लिए सरपंच 20 हज़ार रिश्वत की मांग रहा है। शिकायत पर प्रारंभिक कार्यवाही की गई।
कैसे फंसा रिश्वतखोर—
विनोद डाबी ने लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से शिकायत की थी। आवेदक का कहना है कि उनकी मां सुगन बाई के नाम से प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत है। किस्त जारी करने के लिए सरपंच ने ₹30000 मांगे थे। फिर बाद में ₹20000 मांगे। उसके बाद लोकायुक्त में शिकायत की थी। लोकायुक्त टीम ने प्लान बनाकर गुरुवार दोपहर को में गांव पहुंची। शिकायतकर्ता ने सरपंच के घर जाकर रुपए दिए। वहां पर पहले से मौजूद लोकायुक्त की टीम ने सरपंच को पकड़ लिया। टीम में डीएसपी दिनेश पटेल, टीआई हीना डावर, कॉन्स्टेबल इसरार, हेड कॉन्स्टेबल हितेश ललावत, हितेश ललावत, अनिल अटोलिया, श्याम शर्मा व नेहा मिश्रा शामिल है। वहीं सरपंच कहना है शिकायतकर्ता से उसका पुराना लेनदेन है। उसके पिता को 20 हजार रुपए दिए थे। वापस नहीं लौटा रहा था। इसको लेकर तीन चार दिन पहले कहासुनी भी हुई थी। इसके पिता को भी फोन किया था लेकिन कॉल उठाया नहीं। मैंने आवास की राशि नहीं मांगी।।