
ऑपरेशन टाईम्स रीवा।। चित्रांगन अंतरराष्ट्रीय फिल्म एवं नाट्य महोत्सव के पांचवें और अंतिम दिन कला प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय शाम रही। प्रसिद्ध अभिनेता और रंगकर्मी रघुवीर यादव के निर्देशन में नाटक ‘मारे गए गुलफाम’ का मंचन हुआ। जिसने दर्शकों को भाव-विभोर कर दिया। फणीश्वरनाथ रेणु की कालजयी कहानी पर आधारित इस नाटक ने ग्रामीण परिवेश, प्रेम, समाज और विडंबनाओं को अत्यंत प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया। नाटक के अंत में 1000 दर्शकों की क्षमता वाला कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम तालियों की गूंज से गुंजायमान हो उठा और दर्शकों ने खड़े होकर कलाकारों का अभिनंदन किया।
प्रेम और संवेदना की जीवंत प्रस्तुति मारे गए गुलफाम—
मारे गए गुलफाम नाटक ‘मारे गए गुलफाम’ में मुख्य पात्र हीरामन (गाड़ीवान) और हीराबाई (नाचने वाली कलाकार) के बीच जन्मे निष्कलुष प्रेम और सामाजिक जटिलताओं को अत्यंत संवेदनशीलता के साथ मंच पर जीवंत रूप से प्रस्तुत किया गया।
अभिनय की अमिट छाप—
रघुवीर यादव के निर्देशन में कलाकारों का दमदार अभिनय, उत्कृष्ट संवाद अदायगी और भावनात्मक अभिव्यक्ति ने प्रस्तुति को यादगार बना दिया।
सुमधुर संगीत ने लगाया चार चांद—
रघुवीर यादव जो स्वयं एक कुशल संगीतकार भी हैं। ने नाटक के संगीत पक्ष पर विशेष ध्यान दिया था। जिससे पूरी प्रस्तुति का प्रभाव और अधिक गहरा हो गया। मंच सज्जा, वस्त्र विन्यास और प्रकाश व्यवस्था ने इस नाटक को और भी प्रभावशाली बना दिया। जिससे दर्शकों को हर दृश्य जीवंत प्रतीत हुआ। रंग उत्सव नाट्य समिति द्वारा आयोजित चित्रांगन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म एवं नाट्य महोत्सव में आज की प्रस्तुति इतनी प्रभावी रही कि दर्शक प्रस्तुति समाप्त होने के बाद अपने स्थान पर खड़े कलाकारों के सम्मान में तालियां बजाते रहे । मुंह से तारीफ़ में कसीदे पढ़ते गए ।
चित्रांगन महोत्सव के अंतिम दिन आयोजित मास्टर क्लास भी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। जिसमें मुंबई के संगीत निर्माता शिव प्रजापति और दिल्ली के ऋषभ द्विवेदी ने थिएटर संगीत, ध्वनि प्रभाव और मंचीय प्रस्तुतियों को लेकर अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान उन्होंने थिएटर और सिनेमा में ध्वनि व संगीत की महत्वपूर्ण भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। युवा कलाकारों के लिए यह सत्र बेहद ज्ञानवर्धक रहा। जिसमें उन्होंने थिएटर संगीत के तकनीकी पक्षों और भावनात्मक प्रभावों पर भी बातचीत की ऋषभ द्विवेदी ने बताया कि कैसे अपनी प्रस्तुति को उसकी जानकारी को डिजिटल माध्यम से जन-जन तक पहुंचा सकते हैं । समापन समारोह के दौरान कई गणमान्य अतिथि भी उपस्थित रहे। इनमें कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल, नगर निगम रीवा के कमिश्नर सौरव सोनवाने, सैनिक स्कूल प्राचार्य कर्नल अविनाश रावल, वरिष्ठ रंगकर्मी हीरेंद्र सिंह, हरीश धवन, वरिष्ठ लेखक जयराम शुक्ला, यूनिक टीम से विभू सूरी, सहित शहर के वरिष्ठ साहित्यकार, कलाकार और बड़ी संख्या में कला प्रेमी दर्शक शामिल रहे। इस विशेष अवसर पर मंच संचालन की भूमिका शुभम पांडेय ने निभाई। जिन्होंने पूरे आयोजन को सुंदर ढंग से आगे बढ़ाया।
विंध्य क्षेत्र का अनूठा महोत्सव चित्रांगन – राजेंद्र शुक्ल—
समापन अवसर पर अपने टेलीफोनिक संदेश में कार्यक्रम के मार्गदर्शक और उपमुख्यमंत्री म.प्र. शासन राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि चित्रांगन महोत्सव अपने आप में विंध्य क्षेत्र का एक अनूठा आयोजन है। जिसमें फिल्मों और नाटकों का प्रदर्शन, पुस्तक मेला, आर्ट क्राफ्ट प्रदर्शनी, मास्टर क्लास और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं। यह महोत्सव न केवल स्थानीय कलाकारों को एक बड़ा मंच प्रदान करता है बल्कि देशभर के रंगमंच और सिनेमा से जुड़े दिग्गजों को भी जोड़ता है। हर वर्ष इस आयोजन के प्रति लोगों का उत्साह बढ़ता जा रहा है। जिससे रीवा शहर कला और संस्कृति के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना रहा है।
चित्रांगन महोत्सव प्रेरणादायक मंच– रघुवीर यादव—
चित्रांगन फिल्म एवं नाट्य महोत्सव के भव्य आयोजन पर निर्देशक रघुवीर यादव ने कहा चित्रांगन फिल्म एवं नाट्य महोत्सव कला, रंगमंच और सिनेमा के लिए एक प्रेरणादायक मंच है। इस तरह के महोत्सव देशभर में होने चाहिए ताकि हमारी समृद्ध लोक कलाएं और परंपराएं संरक्षित रह सकें। रीवा जैसे शहर में इतने बड़े स्तर पर इस आयोजन को देखकर मुझे बहुत खुशी हो रही है।
चित्रांगन अंतर्राष्ट्रीय फिल्म एवं नाट्य महोत्सव में साधो द बैंड की हुई प्रस्तुति—
यहां के लोगों में कला के प्रति गहरी रुचि और सम्मान है। जो रंगमंच के भविष्य के लिए बेहद सकारात्मक संकेत है। मैं इस भव्य आयोजन के लिए रंग उत्सव नाट्य समिति और अंकित मिश्रा की पूरी टीम को बधाई देता हूं और उम्मीद करता हूं कि यह महोत्सव आगे भी इसी तरह नई ऊंचाइयों को छूता रहेगा। इस भव्य समापन के साथ ही चित्रांगन महोत्सव 2026 के लिए तैयारियों की घोषणा भी की गई। आयोजन समिति ने संकल्प लिया कि अगले वर्ष यह महोत्सव और भी भव्य और व्यापक स्वरूप में आयोजित किया जाएगा। जिससे अधिक से अधिक कलाकारों और दर्शकों को इस मंच से जुड़ने का अवसर मिले सके ।
आभार प्रदर्शन फेस्टिवल डायरेक्टर अंकित मिश्रा ने किया—
इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अपने सभी सहयोगियों के आभारी हैं । साथ ही मीडिया के डिजिटल, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक सभी माध्यम के पत्रकार साथियों के आभारी हैं । हम जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, नगर निगम सहित अपने जन प्रतिनिधियों के भी आभारी हैं जिनका पूरा स्नेह और आशीर्वाद हमे मिलता रहा है । आगामी आयोजन में आप सभी का सहयोग मिलेगा इसी आशा और विश्वास के साथ हम इस वर्ष विदा ले रहे हैं ।