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संसद में महाकुंभ हादसे पर जमकर हंगामा, भगदड़ पर विपक्ष की मौत का आंकड़ा जारी करने की मांग


मरने वालों की संख्या छुपाने का आरोप—
विपक्षी सांसदों का कहना था कि मरने वालों की संख्या को सरकार जानबूझकर दबा रही है और उनकी ओर से घटना की पूरी जानकारी देने की मांग उठाई गई। उनके अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार ने घटनास्थल पर हुई मौतों की पुष्टि में घंटों की देरी की। जिससे यह संदेह उत्पन्न हुआ कि सरकार जानबूझकर वास्तविक आंकड़े छिपा रही है। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में व्यवस्था बनाए रखने का आह्वान किया और विपक्षी सांसदों पर आरोप लगाया कि वे सदन की कार्यवाही को चलने नहीं दे रहे हैं। वहीं संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी सांसदों से अनुरोध किया कि वे कार्यवाही को शांतिपूर्ण तरीके से चलने दे।

मनरेगा भुगतान पर भी विपक्ष आक्रामक—
तमिलनाडु में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत मजदूरी बकाया राशि जारी न होने को लेकर भी विपक्ष हमलावर दिखा। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कार्यस्थगन प्रस्ताव पेश करते हुए सरकार से 1,056 करोड़ रुपये जारी करने की मांग की। उन्होंने दावा किया कि इस देरी से 91 लाख श्रमिक प्रभावित हुए हैं। यहां बताते चलें कि बजट सत्र जो कि 31 जनवरी को शुरू हुआ था। यह 4 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान कई अहम विधेयकों पर चर्चा और निर्णय होने की उम्मीद है।