
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जनपद पंचायत क्षेत्र चितरंगी के ग्राम पंचायत नौढ़िया में स्थित महावीर कोल वाशरी के प्रदूषण से यहां के रहवासी त्रस्त होकर जनपद सदस्य राजेश कुमार सिंह के साथ मिलकर मोर्चा खोल दिया है। वही महावीर कोल वाशरी पर गरीबों के जबरन मकान गिराने का भी गंभीर आरोप लगाया जा रहा है। जनपद सदस्य राजेश कुमार सिंह का आरोप है कि ग्राम पंचायत नौढ़िया में स्थित महावीर कोल वाशरी रोजाना लाखों टन कोयले को वॉश कर के सप्लाई किया जा रहा है। कोल वॉश से निकलने वाले दूषित कोयला मिश्रित पानी के निपटारे के लिए उक्त कोल वाशरी के द्वारा कोई व्यवस्था नही की गई है और यहां से निकलने वाला दुषित पानी आसपास के क्षेत्र में खुले में बहाया जा रहा है। जिसके कारण आसपास का पूरा क्षेत्र कोल वाशरी से निकलने वाले दूषित पानी से प्रभावित हैं। ग्रामीणों के घरों एवं खेतों में जमा हो रहा है। जिसके कारण कई लोगों की क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अमला कोई समाधान नही निकाल पाया है। आरोप लग रहे हैं जिला प्रदूषण अधिकारी जिले में प्रदूषण को रोकने में अब तक फेल साबित हुये हैं। यहां के ग्रामीण धर्मराज, रामलल्लू, श्यामसुन्दर व अन्य ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया है।
बिना मुआवजा दिये मकान गिराने का लगाया आरोप—
पूर्व में फसले चौपट हो गई। पूरा क्षेत्र प्रदूषित हो रहा है। आगे आरोप लगाया है कि आसपास के क्षेत्र के जिस तरह से उक्त कोल वाशरी का दूषित पानी खेतों में पहुंच रहा है। वही भविष्य के लिए काफी कष्टदायक है। ऐसे में इससे प्रभावित लोगों के कई तरह के बीमारियों से भी जूझना पड़ेगा और आसपास के खेतों की उर्वरक्ता नष्ट हो जाएगी। जनपद सदस्य ने कलेक्टर से भी शिकायत कर चुके हैं। लेकिन आरोप है कि आज तक जिला प्रशासन एवं जनपद सदस्य के अलावा कांग्रेस नेता भास्कर मिश्रा, अतुल शुक्ला समेत पीड़ित प्रेम कुमार ने आरोप लगाया है कि महावीर कोल वाशरी के सहयोग में प्रशासन खुलकर सामने आया है। प्रेम कुमार का कहना है कि बिना मुआवजा व सूचना नोटिस दिये कोल वाशरी के स्टाफ द्वारा जेसीबी मशीन से घर गिरा दिया गया। जबकि कलेक्टर से मिलकर अपने समस्या को सुनाया, आश्वासन के अलावा कुछ भी नही मिला। प्रेम कुमार ने आरोप लगाया है कि पुलिस, राजस्व अधिकारी मिलकर मकान को गिराने का कार्रवाई कराया था। जो गलत है।