
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। बारिश के जोर पकड़ने के साथ ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ने लगा है। खासकर वायरल बुखार, डायरिया, पेट दर्द, उल्टी, सर्दी-खांसी के मरीज बढ़ने लगे हैं। चिकित्सकों के अनुसार ओपीडी में हर दिन जितने मरीज आते हैं उनमें से 30 प्रतिशत दस्त-उल्टी, बुखार और सर्दी-खांसी से पीड़ित होते हैं। इस सप्ताह त के दो दिन सोमवार और मंगलवार को मिलाकर 1751 मरीज ओपीडी में आए। वहीं कैजुअल्टी में 280 गंभीर मरीजों ने उपचार कराया। इसके साथ वार्डों में भी मरीज बढ़ गए हैं। हर दिन औसतन सौ मरीज एडमिट हो रहे हैं। इनमें बच्चों व महिलाओं की संख्या ज्यादा है। ओपीडी और इंडोर में मरीजों की संख्या बढ़ने से पैरामेडिकल स्टाफ पर दबाव बढ़ गया है। कभी-कभी बेड भी कम पड़ जाते हैं। इसके साथ ही आंखों से जुड़ी समस्याएं मसलन संक्रमण, कंजक्टिवाइटिस आदि।
मेडिसिन, पीडियाट्रिक व गायनकोलॉजी में सर्वाधिक मरीज—
सबसे ज्यादा मरीज तीन विभागों मेडिसिन, पीडियाट्रिक्स, गायनकोलॉजी ओपीडी में आ रहे हैं। गत सोमवार को 335 मरीज मेडिसिन, 160 गायनकोलॉजी व 139 बच्चे कपीडियाट्रिक्स ओपीडी में आए। वहीं मंगलवार को मेडिसिन में 322, पीडियाट्रिक में ने 138 और गायनी में 116 महिलाओं ने चिकित्सकों से परामर्श लिया। इसके अलावा दो दिनों के दौरान सर्जरी में क्रमशः 68 और 77 लोगों ने उपचार कराया।
दो दिन में 199 मरीज वार्डों में कराए गए भर्ती—
दो दिनों में 199 मरीज विभिन्न वार्डों में उपचार के लिए भर्ती कराए गए। इनमें सोमवार को 116 तो मंगलवार को 83 मरीज भर्ती हुए। सर्वाधिक बीमार बच्चा वार्ड, मेल-फीमेल मेडिकल संग मैटरनिटी वार्ड में भर्ती हुए। सोमवार को बच्चा वार्ड में 16, फीमेल मेडिकल वार्ड में 24, मेल मेडिकल में 15 और मैटरनिटी वार्ड में 30 महिलाएं भर्ती हुईं। वहीं इमरजेंसी में 8 व डायलिसिस के लिए 12 मरीज भर्ती हुए। मंगलवार को बच्चा वार्ड में 10, फीमेल मेडिकल में 13, मेल मेडिकल में 16, मैटरनिटी में 15 मरीज भर्ती हुए तो 9 लोगों ने डायलिसिस कराई।
इनका कहना है—
इस समय ओपीडी में जितने मरीज आ रहे हैं। उनमें 30 प्रतिशत दूषित जल और खानपान में गड़बड़ी के कारण बीमार लोग होते हैं। बारिश के कारण कुंओं का पानी दूषित हो गया है। ऐसे में पानी उबालकर रख लें और उसे ही पीएं। बासी खाना बिल्कुल न खाएं। बाजार में खुले में रखे खाद्य पदार्थ से भी दूर रहें।
डॉ. गंगा वैश्य सहायक प्राध्यापक
मेडिसिन मेडिकल कॉलेज