
ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद द्वारा पर्यावरण संरक्षण और स्वास्थ्य रक्षा के उद्देश्य से संभाग के सभी जिलों के अधिकारियों को प्रत्येक मंगलवार को स्वैच्छिक रूप से साइकिल से कार्यालय पहुंचने की अपील की गई है। कमिश्नर की अपील के परिपालन में सीधी जिले में भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने सुमंगल साइकिल दिवस मनाते हुए कार्यालय जाने के लिए साइकिल और अन्य वैकल्पिक साधनों का उपयोग किया। सुमंगल साइकिल दिवस पर कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी द्वारा शासकीय वाहन के स्थान पर साइकिल का उपयोग किया गया गया। मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अंशुमन राज, उपखण्ड अधिकारी गोपद बनास नीलेश शर्मा, डिप्टी कलेक्टर एसपी मिश्रा सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी साइकिल से या पैदल पहुंचे। जिले के कई अधिकारियों और कर्मचारियों ने कार्यालय जाने के लिए साइकिल और ई-रिक्शा का उपयोग किया। साथ ही उपखण्ड स्तर पर भी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पर्यावरण संरक्षण की इस मुहिम में सहभागिता की। उल्लेखनीय है कि रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद प्रशासनिक व्यवस्था को अधिक प्रभावी और जनोन्मुखी बनाने के लिए लगातार कई नवाचार कर रहे हैं। पर्यावरण संरक्षण, ईधन की बचत और आमजन को स्वास्थ्य रक्षा का संदेश देने के लिए संभाग के सभी जिलों में मंगलवार को सुमंगल साइकिल अभियान शुरू किया गया है। अभियान के पहले दिन कमिश्नर तथा सभी वरिष्ठ अधिकारी और अधिकतर कर्मचारी साइकिल से कार्यालय पहुंचे। जो व्यक्ति आयु अथवा स्वास्थ्य के कारण साइकिल चलाने में कठिनाई महसूस कर रहे हैं उन्हें ई स्कूटी, ई-रिक्शा और पैदल कुछ दूर चलकर वैकल्पिक वाहन से कार्यालय आ सकते हैं। इस संबंध में कमिश्नर श्री जामोद ने कहा कि मंगलवार के दिन को साइकिल डे के रूप में चुना गया है। संभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से स्वैच्छिक रूप से साइकिल से कार्यालय आने की अपील की गई है। विभिन्न संगठनों तथा आमजनता से भी सप्ताह में एक दिन बड़े सवारी वाहनों को छोडक़र साइकिल का उपयोग करने का आह्वान किया गया है। इसके माध्यम से एक ओर जहाँ पर्यावरण और ऊर्जा का संरक्षण होगा वहीं दूसरी ओर साइकिल चलाने से लोगों के स्वास्थ्य में सुधार होगा। हम सबने बचपन और युवावस्था में साइकिल का खूब उपयोग किया है। अब छोटी सी दूरी के लिए भी हम वाहन का उपयोग करने लगे हैं। इस आदत को छोडकर हम सब जहाँ तक संभव हो वहाँ साइकिल का उपयोग करें। साइकिल चलाना डॉक्टरों के अनुसार सबसे अच्छा व्यायाम है।
कमिश्नर की प्रेरणादायक पहल का दिखा असर—
प्रशासनिक कार्यशैली में नया संदेश देते हुए आज सीधी जिले के तमाम आला अधिकारी साइकिल या पैदल चलते हुए अपने सरकारी कार्यालयों तक पहुंचे। यह दृश्य आम दिनों से बिल्कुल अलग था। जहां चमचमाती गाडियों की कतार की बजाय अधिकारियों की टोली सादगी मेंए पर्यावरण की ओर एक कदम बढ़ाती दिखी। मौका था रीवा संभाग के कमिश्नर बीएस जामोद द्वारा की गई प्रेरणादायक पहल टयुज्डे-बाईस्किल डे का। जिसकी अपील पर कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी ने सबसे पहले अमल करते हुए अपने सरकारी वाहन का उपयोग नहीं किया बल्कि अपने सरकारी निवास से साइकिल चलाकर कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। इतना ही नहीं जनसुनवाई जैसे अहम कार्यक्रम में भी जिले के आईएएस अधिकारी सीईओ जिला पंचायत अंशुमन राज, एसडीएम गोपद बनास नीलेश शर्मा, डिप्टी कलेक्टर एवं विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, कर्मचारी पैदल या साइकिल से ही शामिल हुए।।