कभी अवैध कोयला कारोबार से जुड़े कारखाशो को किया गया था थाना मोरवा से तितर बितर
अब सारे कारखाशों की जमात फिर से पहुंची मोरवा,खूब फल फूल रहा अवैध कोयला का कारोबार

ऑपरेशन टाइम्स सिंगरौली।। जिले में मोरवा थाना इन दिनों फिर से चर्चाओं में आ चुका है। यह हम नही कह रहे बल्कि मौजूदा हालात कह रहे है। गौरतलब हो कि कभी पूर्व में तत्कालीन थाना प्रभारी समेत एक एएसआई और कांस्टेबल को एक साथ थाना मोरवा से आईजी रीवा के द्वारा अवैध कोल कारोबारियों से संबंध रखने और बढ़ावा देने के आरोपों में हटा दिया गया था। जिसके बाद कुछ दिनों तक तो इन कारोबारियों पर लगाम लगा था परंतु इन दिनों इन कारखाशों की पूरी फौज फिर से इकट्ठी हो चुकी है। नतीजतन उक्त कारोबार में जमकर इजाफा इन दिनों में हुआ है। एक दो नहीं कारखाशी की इस पूरी जमात को कभी थानों के मूल कार्य को करते हुए कभी नही देखने को पाएंगे। सिविल ड्रेस में अक्सर क्षेत्र के इन अवैध कारोबारियों के साथ इन कारखाशों को देखा जा सकता है।
क्यू बार बार मोरवा मे हो रही जमात की पदस्थापना—
कोयले के अवैध कारोबार से तालुकात रखने वाले इन कारखाशो को एक एक करके लाइन हाजिर कर दिया गया था। जो बदलते मौसम की तरह कुछ दिनों तक अन्य थाना चौकियों में समय बिताकर पुनः थाना मोरवा मे पहुंच चुके है। सूत्रों की माने तो इन कारखाशों की गिनती थाना के स्टाफों में की ही नही जाती। इनका काम ही केवल कारोबार और कारोबारियों की खुशामद करना है।
यूपी छत्तीसगढ़ और एमपी में बटी हुई है अलग-अलग जिम्मेदारी—
पुराने खिलाड़ियों की इस जमात में अलग अलग क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जी हां जिसकी सेटिंग छत्तीसगढ़ से है। वो छत्तीसगढ़ देख रहा है। जिसको यूपी की जिम्मेदारी मिली हुई है वो यूपी देख रहा है और जिसे सीधी रीवा सतना की जिम्मेदारी मिली है वो यहां देख रहा है। एक के बाद एक इन कारखाशों की पदस्थापना मोरवा होते ही चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है। वहीं लोगों में चर्चा है कि आखिर मोरवा थाना में ही बार बार इन कारखाशों की पदस्थापना होने के पीछे क्या राज छुपा हुआ है …..?