रोजगार की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने आमरण अनशन पर बैठे बीपीआर के पूर्व कर्मी

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। बीपीआर माइनिंग जयंत में 2024 से 2024 तक कार्य कर चुके आपरेटर व हेल्पर अब नयी कंपनी में रोजगार न मिलने से नाराज होकर कलेक्ट्रेट के सामने सोमवार से आमरण अनशन पर बैठ गये हैं। प्रभावी मजदूर संघ के बैनर तले अनशन पर बैठे बीपीआर के पूर्व कर्मियों का कहना है कि 30/04/2024 को बीपीआर का कार्य समाप्त होने के बाद हम सब बेरोजगार हो गये हैं। सिंगरौली कलेक्टर द्वारा निर्देशित किया गया था कि नयी कंपनी में सत्तर प्रतिशत स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जायेगा। परन्तु उक्त आदेश की अवलेहना हो रही है। इस संबंध में कई बार भूख हड़ताल धरना प्रदर्शन किया गया। समझौता भी हुआ। जिसमें 40 लोगों को कार्य पर रखने की सहमति बनी परन्तु मात्र 4 लोगों को ही काम पर रखा गया। कई बार वार्तालाप हुयी। इसके बाद 14/10/2024 को समझौता के लिए तिथि निर्धारित की गयी लेकिन आज तक वार्तालाप के लिए किसी को नहीं बुलाया गया तथा 7-8 बार धरना प्रदर्शन करने के बावजूद कंपनी सुनने को तैयार नहीं है। पूर्व कर्मियों का कहना है कि जब हम कार्य के लिए जाते हैं तो उन्हें झूठे मुकदमें फंसाने का प्रयास किया जाता है। बीपीआर के पूर्व कर्मियों ने कलेक्टर सिंगरौली को पत्र सौंपकर उन्हें रोजगार मुहैया कराये जाने की मांग की है। पूर्व कर्मियों का कहना है कि जब तक उन्हें रोजगार नहीं मिल जाता। वह कलेक्ट्रेट के सामने आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।।