लाखों की चोरी का नहीं हुआ खुलासा, चल रहे मयखाने
पुलिस के लिए चुनौती, लग रहे आरोप, दिख रहा जनता में आक्रोश

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। कोतवाली थानाक्षेत्र के पचखोरा में हुई लाखों की चोरी के बाद कई ताबड़तोड़ चोरी की घटनाएं आमजन मानस को झकझोर के रख दिया है। लेकिन पुलिस चोरी का खुलासा करने में कहीं न कहीं नाकाम दिखाई दे रही है। उसके बदले में जगह-जगह मयखाने खुले में चल रहे हैं। ऐसे में आमजन मानस में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर काफी आक्रोश दिखाई दे रहा है। आम जनमानस की राय जो सामने खुल कर आ रही है। उसमें पुलिस के कार्यप्रणाली पर आरोप लग रहे हैं कि पुलिस एक तरफ कॉम्बिंग गस्त कर रही है। वही कॉम्बिंग गस्त के दौरान ही चोर घरों के ताले तोड़ रहे हैं। आम जनता सुरक्षित नहीं है। अपराधी अपराध कर बेखौफ घुम रहे हैं। उनकी पहचान नही हो पा रही है। शहर में अमन चैन नही है। जगह-जगह अवैध मयखाने चल रहे हैं। अब तो गली-चौराहों में बैठकर शराबी पैक बना रहे हैं। अवैध मादक पदार्थ को सप्लाई बढ़ गई है। कहीं न कहीं जनता के आरोप में तो सच्चाई झलक रही है। अपने कार्य प्रणाली पर पुलिस ही सवाल खड़ा करवा रही है। इधर बता दें कि गत एक महीने में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ती चोरी की घटनाओं ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा दिया है। चर्चा हैं कि पुलिस और एसआईटी चोरों को पकड़ने में नहीं बल्कि कोयला, कबाड़, डीजल और अवैध नशा के कारोबार को बढ़ाने और वसूली में जुटी है। कहते हैं कि वसूलेंगे नहीं तो ऊपर कहां से देंगे। हालात भी कुछ यही बया कर रहे हैं। शहर में दिन दहाड़े लगातार बढ़ते जा रहे चोरों के आतंक से आम जनों में भारी आक्रोश है। पुलिस अज्ञात चोरों को शीघ्र गिरफ्तार कर मामले में कानूनी कार्रवाई की बात जरूर करते हैं। लेकिन पुलिस को अब तक ना तो एक भी बड़ी चोरियों का खुलासा करने में सफलता मिली है और ना ही दिनदहाड़े हो रही चोरियों पर अंकु श लगा पा रही है। ऐसे में आम आदमी को पुलिस की गस्त पर और गठित एसआईटी से भरोसा उठ गया है। आरोप तो यह भी लगायें जा रहे हैं कि कोतवाली थाना प्रभारी बनने के लिए करीब 30 लाख चुकाना पड़ रहा है। वहीं चर्चा है कि यहां जो भी थाना प्रभारी आते हैं। वह कमाने आते हैं। उन्हें अपराध पर अंकुश लगाने में कोई दिलचस्पी नहीं रहती। वह कोयला, कबाड़, डीजल, अवैध रेत, गांजा, हेरोइन और शहर में अवैध शराब की दुकान खुलवाकर अधिक से अधिक कमाई में लगें रहते हैं। कोतवाली थाना क्षेत्र में अब अपराधियों के अन्दर पुलिस का खौफ नजर नहीं आ रहा है। उसकी क्या वजह है? पुलिस को भलीभांति मालूम है। सूत्र तो यह भी दावा करते हैं कि इन कारोबारियों से पुलिस का काफी अच्छा गठजोड़ है। कहीं न कहीं पुलिस के इशारे पर ही यह सब कारोबार फल-फूल रहा है। यही वजह है कि ग्रामीण क्षेत्र तो दूर शहर में जगह-जगह खुले में पैकारी चल रही है।।