कलेक्टर ने लिया संज्ञान, नगर निगम के 2 शव वाहनों को जिला चिकित्सालय में खड़ा कराया
स्वास्थ्य विभाग : कलेक्टर के आश्वासन पर आउटसोर्स शव वाहन पहुंचे जिला अस्पताल, देवसर व चितरंगी में लौटे काम पर

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। छह-सात महीने से भुगतान न होने के कारण जिला अस्पताल में आउटसोर्स शव वाहनों का संचालन बंद होने से शवों को घरों तक पहुंचाने में हो रही परेशानी के समाचार पर अंततः कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला ने संज्ञान लिया। रविवार को उनके निर्देश पर नगर निगम प्रशासन ने अपने तीन शव वाहनों में से दो को चालकों के साथ जिला अस्पताल सह ट्रामा सेंटर परिसर में खड़ा कराया। नगर निगम वाहन शाखा के प्रभारी अमिताभ यादव ने बताया कि जब तक आउटसोर्स शव वाहनों का संचालन सुचारू नहीं हो जाता तब तक दोनों वाहन जिला अस्पताल में रहेंगे। उधर, सीएमएचओ डॉ. एनके जैन ने कहा कि शव वाहन संचालन के लिए फंड की व्यवस्था सहित लंबित पेमेंट कराने का आश्वासन कलेक्टर महोदय ने दिया है। इसके बाद तीनों आउटसोर्स शव वाहन जिला अस्पताल, देवसर एवं चितरंगी में पूर्ववत काम पर लौट आए हैं। बताया कि जिला अस्पताल में खड़े नांव के शव वहना देवसर व जिला अस्पताल के शव वाहनों ने शनिवार को दो-दो शव शिफ्ट किए। कहा कि आगे ऐसी विषम स्थिति न पैदा हो इसके लिए फंड की व्यवस्था करने का कलेक्टर से आश्वासन मिला है। मालूम हो कि छह सात माह से भुगतान न होने से परेशान आउटसोर्स शव वाहन के संचालक ने गत 23 अक्टूबर को सीएमएचओ को पत्र देकर दीपावली तक पेमेंट कराने का अनुरोध किया था। कहा था कि चालकों का वेतन व पेट्रोल टंकी का बकाया चुकाने में असमर्थ होता जा रहा है। यदि दीपावली तक भुगतान नहीं हुआ तो 1 नवंबर से वाहन खड़े कर देगा। जब भुगतान नहीं हुआ तो उसने एक नवंबर से शव वाहनों का संचालन बंद कर दिया। जिससे जिला अस्पताल की मर्चुरी में चार शव घर ले जाने के लिए परिजन कई घंटे परेशान हुए थे।
रोगी कल्याण समिति से संचालन की करेंगे कवायद—
सीएमएचओ डॉ. एनके जैन ने बताया कि सभी बीएमओ को भी कहा गया है कि वे रोगी कल्याण समिति के माध्यम से शव वाहनों के संचालन की संभावना बनायें। ब्लॉकों की रोगी कल्याण समिति के अध्यक्ष एसडीएम होते हैं और उसमें जनप्रतिनिधि, समाजसेवी आदि सदस्य होते हैं। रोगी कल्याण समिति चाह ले तो शव वाहनों के सुचारू संचालन के लिए फंड की व्यवस्था की जा सकती है।
ननि के शव वाहनों की भी ले सकते है सेवा—
सीएमएचओ ने कहा कि कलेक्टर के निर्देश पर जिला अस्पताल भेजे गए नगर निगम के दोनों वाहनों को ग्रामीण क्षेत्र में भी शव पहुंचाने के लिए कहा गया है। वहीं ननि की वाहन शाखा के प्रभारी अमिताभ यादव ने नगर निगम क्षेत्र में सेवा देने की बात कही। उन्होंने ये जरूर कहा कि आउटसोर्स शव वाहन संचालन की व्यवस्था सुचारू होने के बाद भी यदि पोस्टमार्टम आदि के बाद शव ननि क्षेत्र में ही ले जाने के लिए जरूरत है तो नगर निगम को फोन कर वाहन मंगाया जा सकता है।