श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए डीएमई, भरे जाएंगे चिकित्सकों के रिक्त पद, सुधरेगी व्यवस्था
■ 20 एजेंडों पर हुई चर्चा ■ अव्यवस्थाओं को लेकर व्यक्त की नाराजगी ■ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने दिया निर्देश

ऑपरेशन टाईम्स रीवा।। मध्यप्रदेश के चिकित्सा शिक्षा आयुक्त डॉ. अरुण श्रीवास्तव गुरुवार को रीवा पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले एसजीएमएच, सुपर स्पेशलिटी एवं गांधी मेमोरियल अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इसके बाद श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुये। जिसमें 20 एजेंडों पर चर्चा हुई। इसके साथ ही अव्यवस्थाओं को लेकर आयुक्त ने नाराजगी व्यक्त किया और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने का निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि श्यामशाह मेडिकल कॉलेज के स्वाशासी समिति के अध्यक्ष आयुक्त चिकित्सा शिक्षा डॉ. अरुण कुमार श्रीवास्तव गुरुवार की सुबह ही रीवा पहुंच गये। वह सीधे मेडिकल कॉलेज पहुंचे और डीन डॉ. सुनील अग्रवाल से मुलाकात करने के बाद अस्पतालों का निरीक्षण करने निकल गये। उन्होंने तीनों अस्पताल का अवलोकन करते हुये मरीजों से स्वास्थ्य सुविधाओं की बारे में जानकारी ली। इसके बाद सीधे मेडिकल कॉलेज पहुंच कर श्वाशासी समिति की बैठक में शामिल हुये। बैठक में डीन डॉ. सुनील अग्रवाल, अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा, पूर्व डीन डॉ. मनोज इंदूलकर समेत अन्य कार्यकारिणी सदस्य मौजूद थे। बैठक में कुल 20 एजेंडों पर चर्चा हुई। जिसमें मुख्य रूप से ऑडोटोरियम के कायाकल्प, अस्पताल में सहायक प्रध्यापक, प्रदर्शक, ट्यूटर, चिकित्सा अधिकारी आदि के खाली पदों को भरने की अनुमति प्रदान की गई है। इसके अलावा अस्पताल में 50 स्टेचर खरीदने के प्रस्ताव को हरी झंडी प्रदान की गई है।
15 लाख में लगेगी विकलांगता जांच मशीन—
नाक, कान, गला विभाग में विकलांगता जांच मशीन के लगाने की अनुमति प्रदान की गई है। बताया गया है कि यह मशीन करीब 15 लाख रुपये में आयेगी। इससे हर तरह के विकलांगता की जांच हो सकेगी। अभी यह मशीन संभाग के किसी भी अस्पताल में नहीं है। ऐसे में यह मशीन लग जाने से ना सिर्फ दिव्यांगों को राहत मिलेगी बल्कि चिकित्सकों की परेशानी भी दूर हो जायेगी।
ब्लड बैंक की सुधरेगी व्यवस्था—
एसजीएमएच के ब्लड बैंक की व्यवस्था सुधारने के एजेंडों को भी हरी झंडी दी गई है। यहां पर 10 लाख रुपये कीमत की ऑटोमेटिक इलिसा रीडर मशीन, माइनस 80 व 40 डिग्री टम्प्रेचर वाले दो डीप फ्रीजर, ब्लड बैग रिफ्रीजरेटर, डोनर्स काउच, लेमिनर फ्लो कैबिनेट, ब्लड कलेक्शन मॉनीटर आदि लगाया जायेगा। यह सभी उपकरण करीब 43 लाख रुपये की लागत से आएंगे। इसके अलावा छात्रावासों में भी वाटर कूलर, ग्रिजर आदि लगाने को हरी झंडी मिली है।
डॉ. अभिजीत से भराया गया बांड—
सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में सेवा दे रहे कार्डियक सर्जन डॉ. अभिजीत सिंह एंडो वस्कुलर सर्जरी एवं एडवांस वस्कुलर सर्जरी के प्रशिक्षण के लिये लखनऊ जा रहे हैं। एजेंडों में इसको भी शामिल किया गया था। लिहाजा इसे भी डीएमई ने अनुमोदित किया है। लेकिन इसकी एवज में बांड भरवाने को कहा गया है। यानी 6 माह की ट्रेनिंग करके लौटने के बाद डॉ. अभिजीत सिंह को सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में कम से कम 6 माह तक अपनी सेवाएं देनी होगी। यदि ऐसा नहीं करेंगे तो 10 लाख रुपये मेडिकल कॉलेज को देना होगा।