सरपंच सचिव खा गए सीएसआर मद से पंद्रह लाख के पुलिया की राशि कर ली गई आहरित,पुलिया स्थल से गायब
जनपद पंचायत देवसर के बूढ़ाडाण पंचायत का मामला, तो उपयंत्री ने कागजों में कर दिया मूल्यांकन

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जनपद पंचायत देवसर के ग्राम पंचायत बूढ़ाडाण सरपंच एवं सचिव के ऊपर गंभीर आरोप लगाये जा रहे हैं। ग्राम वासियों ने बताया कि पंचायत के बैगान बस्ती गड़िया टोला में कागज पर दो पुलिया का निर्माण हुआ है तथा राशि भी आहरित हो चुकी है लेकिन स्थल पर सिर्फ एक ही पुलिया बनी है। दूसरी पुलिया कहीं भी नजर नहीं आ रही है। बताया गया कि सीएसआर मद की पुलिया जो करीब 15 लाख रुपए में बनी है। उसका निर्माण सिर्फ कागजों पर ही कराया गया है। दूसरी पुलिया 15 वां वित्त से बनी जरूर है लेकिन उस पुलिया के निर्माण में भी जमकर गुणवत्ता की चोरी की गई है।
सीएसआर मद की पुलिया स्थल से गायब—
ग्राम वासियों ने बताया कि पंचायत में बैगान बस्ती के गढ़िया टोला में एक पुलिया सीएसआर मद से भी कागजों पर बनाया गया है। करीब 15 लाख रुपए आहरित हो चुके हैं लेकिन स्थल पर पुलिया नजर नहीं आ रही है। ऐसे में आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरपंच सचिव द्वारा सिर्फ कागजों पर पुलिया का निर्माण कराकर समस्त राशि आपस में बंदर बांट कर ली है।
15 वां वित्त की पुलिया में भी गुणवत्ता की चोरी—
बैगान बस्ती में दूसरी पुलिया जो 15 वां वित्त की बनी हुई है। उसमें भी गुणवत्ता की व्यापक पैमाने पर चोरी की गई है। अभी हाल ही में पिछले वर्ष बनी पुलिया जो पूरी तरह से धराशाई होने की स्थिति में है। बताया गया की पुलिया इतनी कमजोर है कि ट्रैक्टर इत्यादि वहां यदि पुलिया से गुजरेंगे तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ग्राम वासी पैदल भी पुलिया से जान जोखिम में डालकर गुजरते हैं।
एक पुलिया का दो मद से आहरित हुई राशि—
ग्राम वासियों का आरोप है कि सरपंच सचिव ने बैगान बस्ती में सिर्फ एक पुलिया का निर्माण कराकर दो-दो पुलिया के नाम पर अलग-अलग मद से राशि आहरित कर ली है। बताया गया कि एक पुलिया के नाम से सीएसआर मद से करीब 15 लाख रुपए खर्च किए गए। वहीं 15 वां वित्त से भी एक पुलिया के नाम पर राशि आहरित हुई है जबकि स्थल पर दूसरी पुलिया कहीं भी नहीं बनी है।
उपयंत्री ने हवा में कर दिया मूल्यांकन—
जिस तरह से बैगान बस्ती में सीएसआर मद की पुलिया का निर्माण नही हुआ है और राशि खर्च हो गई है। ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि उपयंत्री ने फिर किस पुलिया का मूल्यांकन किया है। जब स्थल पर पुलिया का निर्माण हुआ ही नहीं है। ऐसे में तो यही कहा जाएगा कि उपयंत्री ने हवा में मूल्यांकन कर दिया है।।