आल इंडिया जश्ने ईद मिलादुन्नबी की तैयारियां जोरों पर
16 दिसम्बर को जलसे में देश के मशहुरो मारूफ ओलमाये दीन, शोअरा होंगे शामिल, अयाज़ सॉ मिल ग्राउंड में होगा प्रोग्राम

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। मुख्यालय के अयाज़ सॉ मिल ग्राउंड में आगामी 16 दिसम्बर सोमवार को राष्ट्रीय जलसा जश्ने ईद मिलादुन्नबी का बड़ा आयोजन किया जा रहा है जिसकी व्यापक तैयारियां कई दिनों से जारी है। जलसे में अहले सुत्रत वल जमात के आलाहज़रत खानकाह बरैली शरीफ से जानशीन हुजूर ताजुश शरीया रदियल्लाहो तआला अन्हो के लखते जिगर दुनिया ए सुन्नियत में देश विदेश में अपनी अलग पहचान रखने वाले अंतर राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त आलमी शोहरत याफ्ता हज़रत मौलाना मुफ्ती असजद रजा खान साहब बरैली शरीफ उत्तरप्रदेश से तशरीफ ला रहे हैं। शकील अहमद सिद्दीकी ने बताया कि जलसे की सरपरस्ती हुजूर मुफ्ती असजद रजा साहब और जलसे की सदारत हजरत मौलाना अल्हाज मंजूर अहमद साहब करेंगे। यह राष्ट्रीय जलसा अंजमुन कमेटी मुख्यालय बैढ़न जामा मस्जिद अहले सुनत के सदर मोहम्मद शाहनवाज खान की जानिब से आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय जलसे का यह 39 वा सालाना जलसा होगा। जलसे में एक अज़ीम सख्शियत बुजुर्ग अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद नसीरुद्दीन साहब नसीर मिल्लत बघाडू उत्तरप्रदेश, मोहतरम हज़रत हुस्साम रजा साहब, हज़रत हुम्माम रजा खान साहब बरैली शरीफ, हज़रत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद आशिक हुसैन साहब किबला हजरत मौलाना मुफ्ती मोहम्मद अफजाल साहब बरैली शरीफ उत्तरप्रदेश हज़रत अल्लामा मौलाना सैय्यद अब्दुल समद साहब बरैली शरीफ उत्तरप्रदेश, राष्ट्रीय वक्ता हज़रत अल्लामा मौलाना सैयद आदिल रजा साहब किबला मध्यप्रदेश, हज़रत मौलाना कारी निसार अहमद साहब कलकत्ता, जलसे की नकाबत हजरत मौलाना हसन अतहर साहब बोकारो के साथ तमाम मकामी ओलमाये दीन रौनके स्टेज होंगे । शायर इस्लाम मोहतरम जनाब याकूब उस्मानी साहब जनाब हाफिज कुतुबुद्दीन नूरी साहब समन सिंगरौलवी, सालार मांडवी अपना कलाम पेश करेंगे, जलसे का आगाज़ हजरत मौलाना हाफिज कारी मुश्ताक अहमद साहब तिलावते कुरान पाक से करेंगे। हज़रत मौलाना साजिद हुसैन मिस्बाही प्रिंसिपल मदरसा नूरिया मुख्यालय बैढ़न हज़रत मौलाना गुलाम मुरसलीन, हजरत मौलाना नसीम अख्तर, हज़रत मौलाना नुमान अहमद बरकाती, हाफिजों कारी हज़रत मुनिरुद्दीन साहब, जलसे के आयोजक जनाब शाहनवाज खान सहित शहर के तमाम दीवानये गौसो खूवाजा रजा ने अपील किया है कि 16 दिसम्बर को बाद नमाजे ईशा जलसे में ज्यादा से ज्यादा तादाद में शरीक होकर जलसे को कामयाब बनाये, और बरैली शरीफ की अज़ीम शख्शियत हज़रत का दिल की गहराईयों से इस्तकबाल करें ।