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बहराइच हिंसा: शोभायात्रा पर पथराव , आगजनी और युवक की हत्या के बाद रातभर चला बवाल, हालात बेकाबू
STF चीफ व एडीजी लॉ एंड ऑर्डर समेत 6 जिलों की फोर्स के साथ पीएसी ने सम्हाला मोर्चा

शोभायात्रा में हंगामा, डीजे की तेज आवाज—
समय रविवार शाम 6 बजे महराजगंज बाजार में दुर्गा प्रतिमा का विसर्जन हो रहा था। यात्रा में शामिल लोग नाचते-गाते और जयकारा लगाते जा रहे थे। इसी दौरान विशेष समुदाय के लोगों ने डीजे बंद करने को कहा तो विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि विशेष समुदाय के लोगों ने पथराव शुरू कर दिया। पथराव में विसर्जन यात्रा में शामिल लोग घायल हो गए। इसके बाद दोनों तरफ से पथराव होने लगा। मौके पर पुलिस फोर्स पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं थे।
यात्रा में शामिल युवक राम गोपाल ने मकान पर लहराया भगवा झंडा—
समय रविवार शाम 7 बजे विवाद के बीच स्थानीय राम गोपाल मिश्रा एक मकान की छत पर चढ़ गया। यह वही मकान है। जहां से पथराव शुरू हुआ था। गोपाल मकान की छत पर चढ़कर पहले से लगे एक झंडे को उखाड़ कर फेंक दिया और भगवा झंडा फहराने लगा। नीचे खड़े लोग उसे उकसा रहे थे। जयकारा लगा रहे थे। इसके बाद बवाल और बढ़ गया। छतों से पथराव शुरू हो गया। विशेष समुदाय के लोग ज्यादा उग्र हो गए। वह लोग तलवार-चाकू लेकर घरों से निकल आए। यात्रा पर हमलावर हो गए।
युवक राम गोपाल की हत्या—
समय रविवार शाम 7:30 बजे। 25 मिनट बाद भगदड़ के दौरान दूसरे समुदाय के लोग विसर्जन में शामिल रेहुवा मंसूर निवासी राम गोपाल मिश्रा (24) को घसीट कर अपने घर में ले गए। वहां उसकी पिटाई की और उसे कई गोलियां मारी। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। उसे बचाने पहुंचा। उसके गांव का युवक राजन (28) भी गंभीर रूप से घायल हो गया। दोनों को गंभीर अवस्था में मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया। जहां डॉक्टरों ने रामगोपाल को मृत घोषित कर दिया। राजन को भर्ती कर लिया गया है।
युवक की हत्या के बाद आक्रोशित लोग—
समय रविवार रात 8 बजे। राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद विसर्जन यात्रा में शामिल लोग उग्र हो गए। लोगों ने आगजनी कर दी। घरों में आग लगा दी। गाड़ियां जला दीं। परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाकर अस्पताल में प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए। परिजन और ग्रामीणों ने मेडिकल कॉलेज के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

मृतक गोपाल के भाई वैभव मिश्रा ने बताया कि हम लोग मूर्ति ले जाकर जा रहे थे। इसी दौरान अब्दुल हमीद के घर से अचानक पथराव शुरू हो गया। वहां पर पुलिस थी, लेकिन उसने कोई कार्रवाई नहीं की। हमारे बड़े भाई ने आगे बढ़कर उन्हें रोकने की कोशिश की। लेकिन पुलिस ने उन लोगों को धक्का देकर अंदर कर दिया। इस दौरान 15 से 20 गोलियां चलीं।
लोगों ने भागकर बचाई जान, पुलिस का लाठीचार्ज—
समय रविवार रात 9 बजे। वैभव ने कहा- दूसरे समुदाय के लोगों ने महराजगंज में मूर्ति पर ईंटें फेंकी। जिस मकान पर चढ़कर राम गाेपाल ने झंडा फहराया था, उस घर के मालिक अब्दुल हमीद के बेटे ने ईंटें चलाई। दोनों समुदाय के लोग आमन-सामने थे। दोनों पक्ष के लोग पुलिस से कार्रवाई के लिए अपील कर रहे थे। विवाद बढ़ता गया तो पुलिस ने लाठी चलाना शुरू कर दिया। इंस्पेक्टर साहब ने खुद लाठी चलाई। विवाद में सारी मूर्तियां तोड़ दी गईं।

भाजपा विधायक मौके पर पहुंचे, लेकिन नहीं माने लोग—
समय रविवार रात 10 बजे। महसी विधायक सुरेश्वर सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंचे। उन्हें भी विरोध झेलना पड़ा। उन्होंने लोगों को शांत रहने और आरोपियों पर ठोस कार्रवाई का भरोसा दिया। लेकिन लोग शांत नहीं हुए। उन्होंने दुर्गा पूजा महासमिति से भी बात की लेकिन लोगों ने विसर्जन जुलूस रोके रखा। लोगों ने बवाल के बाद बहराइच शहर में सड़क पर बैठकर प्रदर्शन शुरू कर दिया।

योगी ने X पर लिखा- माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं—
समय रविवार रात 10.21 बजे बहराइच में बवाल का रविवार रात 10.21 बजे सीएम योगी ने संज्ञान लिया। उन्होंने X पर लिखा माहौल बिगाड़ने वाले बचेंगे नहीं।अधिकारियों को उपद्रवियों की पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। यह भी कहा कि प्रतिमा विसर्जन जारी रहना चाहिए। अधिकारी धार्मिक संगठनों से संवाद कर सभी को सुरक्षा की गारंटी दें। जिनकी लापरवाही से बवाल हुआ। उन्हें चिह्नित किया जाए।

रातभर कहीं आगजनी तो कहीं पर पथराव—
समय रविवार रात 11 बजे। सीएम योगी की सख्ती के बाद प्रशासन और सख्त हुआ। थानाध्यक्ष हरदी एसके वर्मा और चौकी इंचार्ज महसी शिव कुमार को सस्पेंड कर दिया है। पास के जिले गाेंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर, सीतापुर, बाराबंकी से पुलिस बल मंगाया गया। फिर भी माहौल नियंत्रण में नहीं आया। रात हो चुकी थी। फिर भी बीच-बीच में आगजनी और पथराव की सूचनाएं आ रही थी।

सुरक्षा को देखते हुए प्रशासन ने स्कूलों को बंद करवा दिया है। बाजार में सन्नाटा पसरा हुआ है। सभी दुकानें बंद हैं। पुलिस ने 10 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया। जिसमें 6 नामजद और 4 अज्ञात हैं। नामजद में अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, राजा उर्फ साहिर खान, ननकऊ, मारुफ अली के नाम हैं। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया।

शव का पोस्टमॉर्टम, चाकू मारने के भी निशान मिले—
सोमवार सुबह 6 बजे राम गोपाल मिश्रा का फोर्स की मौजूदगी में 3 डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। इसकी वीडियोग्राफी भी करवाई गई। डॉक्टरों के मुताबिक गोली के साथ ही शव पर कई जगह धारदार हथियार से हमले के भी निशान हैं। माना जा रहा है कि चाकू से भी हमला किया गया। उसके शरीर पर 13 से 14 घाव के निशान थे। उसको बेहरमी से मारा गया था।

लोगों ने महसी तहसील की मेन मार्केट में आगजनी की—
सोमवार समय 9 बजे के बाद सोमवार सुबह करीब 10 बजे हिंसा में मारे गए युवक का शव लेकर भीड़ निकली तो पुलिस ने रास्ते में रोका। पुलिस ने समझाया तो परिवार शव लेकर घर चला गया। लेकिन भीड़ आक्रोशित हो गई। उन्होंने महसी तहसील की मेन मार्केट में आगजनी की। इस दौरान लोगों ने बाइक शोरूम, प्राइवेट अस्पताल में आग लगा दी। मौके पर पांच थानों की पुलिस फोर्स, दो बटालियन पीएसी की तैनाती की गई। इस दौरान लगभग 5 से 6 हजार की भीड़ मौके पर जुट गई। लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया। लाठी चार्ज में एक घायल भी हो गया है।

एसटीएफ चीफ और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने आगजनी कर रही भीड़ को हाथ में पिस्टल लेकर खदेड़ा—
भीड़ ने कई शोरूम-दुकानों को फूंक दिया। भीड़ को देखकर पुलिस को पीछे हटना पड़ा। आसपास के 6 जिलों से फोर्स और पीएसी बुलाई गई है। हिंसा प्रभावित इलाके में इंटरनेट बंद कर दिया गया है। लखनऊ से एसटीएफ चीफ और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर भी बहराइच पहुंच गए हैं। उन्होंने आगजनी कर रही भीड़ को पहले रोका। भीड़ ने जब नहीं मानी बात तो हाथ में पिस्टल लेकर दौड़ा लिया। राम गोपाल मिश्रा के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया है।
