
ऐसे हुआ घटना का खुलासा—
गिरोह के सदस्य प्रायः मास्क पहनकर चोरी करते हैं। एक चोरी के दौरान गिरोह के एक सदस्य को चेहरे में व सर में चोट लगी जिसे देखने के लिये अपना मास्क उतारा जिससे वह CCTV में कैद हो गया। हालांकि चोरो ने उस घर मे लगे वाई फाई सिस्टम के राउटर को CCTV का डीवीआर समझ कर तोड कर फेंक दिया था परन्तु एक स्पाई कैमरा जिस पर चोरों की नजर नहीं पड़ सकी। उसमें घटना कैद हो गयी और पुलिस ने अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय कर, तकनीकी सहयोग प्राप्त कर आरोपीगण को चिन्हित कर गठित टीम ने गिरफ्तार किया

सभी आरोपियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा निम्न घटनाओं को कारित करना स्वीकार किया गया—
(1) दिनांक 18/12/2024 को सतीश प्रसाद के घर में सोने चांदी के जेवरात चोरी करना, अप.क्र.698/24 धारा 331(4),305 (ए) बीएनएस
(2) दिनांक 08/12/2024 की रात ढोंटी मैन रोड पर महावीर नागर के घर में सोने चांदी के जेवरात, सोने के सिक्के चोरी करना, अप.क्र. 685/24 धारा 331(4),305 (ए) बीएनएस
(3) दिनांक 13/11/2024 की रात ढोंटी मैन रोड में पंजाब नेशनल बैंक के ऊपर दिनेशचंद जायसवाल के घर सोने चांदी के जेवरात चोरी करना (अप.क्र.430/24 धारा 331(4),305 (ए) बीएनएस
(4) जुलाई माह में एनटीपीसी के अंदर अच्छेलाल पटेल के घर में सोने के सिक्के व चांदी जेवर चोरी करना अप.क्र.628/24 धारा 331(4), 305 (ए) बीएनएस
आपराधिक रिकार्ड—
गिरोह के मुख्य आरोपी रोहित शाह उर्फ कादर के थाना बैढ़न व माड़ा में चोरी सहित अन्य धाराओं के 08 प्रकरण पंजीबद्ध है, इसी प्रकार विधि विरूद्ध बालकों के विरूद्ध भी 01-01 अपराध पंजीबद्ध है।
ऐसे देते थे घटनाओं को अंजाम / तरीका-ए-वारदात –
सूने घरों को निशाना बनाते थे। एक घर क़ी 3-4 बार घूम घूम कर रैकी करते थे व ब्रडे सूने ताला बंद घरों को निशाना बनाते थे। प्रायः घटनास्थल के सामने से तेजी से गुजरते हैं और कनकी निगाहों से देखते थे। चिन्हित घर की घटना कारित करने के ठीक पहले तक रात 12.00 बजे तक भी रैकी करते थे। घटनास्थल से थोड़ी दूर जाकर या बगल से सूने घर क़ी अच्छी से रैकी करते हैं। देखते थे। घटनास्थल रवाना होने से पूर्व अपने मोबाइल या तो स्विच ऑफ कर लेते हैं या फ्लाइट मोड में डालते हैं। मोबाइल का इस्तेमाल सिर्फ टॉर्च के रूप में करते हैं अलमारी आदि क़ो धीरे से जमीन पर लिटाते हैं और सब्बल और हथोड़े क़ी मदद से अलमारी के दरवाजों के बीच सब्बल फसाकार खोल देते है। आलमारी की आवाज से बचने के लिये उसके नीचे गद्दा या तकिया का इस्तेमाल करते है। घटना के समय गिरोह के साथी घर के बाहर नजर रखते हैं और मोटर साइकिल में भागने की तैयारी में रहते हैं। घटनास्थल से CCTV फुटेज /DVR आदि उखाड़कर ले जाते हैं। घटना कारित करने का औसतन समय रात्रि 01.00 बजे 03.00 बजे से है। गैंग का मुख्य सरगना कादर उर्फ रोहित शाह द्वारा गिरोह के नाबालिक बच्चो को गाडी देकर सूने घरों की रैकी हेतु पैसे भी दिये जाते थे। रात में अंतिम रैकी करने के बाद देर रात्रि आरोपीगण (1) कादर उर्फ रोहित,( 2) विधिविरुद्ध बालक संख्या 02 व तीन अन्य आरोपीगण कादर के ढाबा में एकत्रित होते थे और वहीं पर योजना बनाते थे। योजना बनाने के बाद सभी लोग दो मोटरसाईकल से उस घर के आगे या पीछे जाते थे। कादर उर्फ रोहित उक्त गैंग का मुख्य लीडर था जो ताला तोडना, अलमारी का लाक तोडने का काम करता था उसके साथ में विधिविरुद्ध बालक घर के अंदर चोरी करने में साथ में रहता था, इसके अलावा अन्य चार लोग मे से घर के आगे 02 लोग व 02 पीछे लोग रहते थे और चोरी करने बाद सभी लोग मोटरसाईकल से जाकर कादर के ढाबा में हिस्सा बांट करते थे। बैढन निवासी अश्वनी सोनी द्वारा 02 सिक्के खरीदे गये थे जिसके द्वारा गलाकर उनका आकार भी बदल दिया था जिसे जप्त किया गया है। अश्वनी सोनी की भी संलिप्तता होने पर संबंधित सुसंगत धारा का ईजाफा किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी, अभिरक्षा में लिये गये विधि विरुद्ध बालक—
(1) कादर उर्फ रोहित शाह पिता सुरेश कुमार शाह उम्र 26 वर्ष निवासी जमुआ थाना वैढन,
(2) विधिविरुद्ध बालक संख्या 02
(3) अश्वनी सोनी निवासी बैढन
(4) फरार आरोपीगण संख्या – 03
कुल जप्त मशरुका—
(1) 145 ग्राम सोने के जेवरात व सिक्के व 01 किलो चांदी कीमत करीब 11 लाख रुपये ।
(2) घटना में प्रयुक्त दो मोटर सायकल कीमत करीब 01 लाख 20 हजार रुपये ।
(3) घटना को कारित करने हेतु इस्तेमाल किये गये हथियार सब्बल संख्या 02 ।
(4) शेष चोरी गया मशरुका फरार आरोपीगण से जप्त किया जाना है।
कार्यवाही में शामिल पुलिस टीम —
खुलासा व गिरफ्तार करने वाली टीम-पी.एस. परस्ते, नगर पुलिस अधीक्षक विंध्यनगर, थाना प्रभारी विंध्यनगर निरीक्षक अर्चना द्विवेदी, निरीक्षक यू. पी. सिंह, पुलिस लाइन, निरीक्षक जितेन्द्र भदौरिया पुलिस लाइन, उप निरीक्षक संदीप नामदेव थाना विंध्यनगर, उप निरीक्षक अमन वर्मा थाना नवानगर, उनि. शीतला यादव सउनि. रमेश प्रजापति, सुनील दुबे, संतोष साकेत, प्रआर. पंकज सिंह, रमागोविन्द, श्याम सुंदर, हेमराज, मुनेन्द्र, विजय, नूर, संदीप, बृजेश, नीतिन, म.आर. रुकमणी, रामनिरंजन वैश्य आर. राजकुमार, अशोक, प्रताप, समीर, मनोहर, अमलेश, राहुल, भोले की उल्लेखनीय भूमिका रही।