डिजिटल अरेस्ट का शिकार शिक्षिका ने जहर निगल कर किया आत्महत्या, मऊगंज जिले से सामने आया मामला, जांच में जुटी पुलिस
■ एफआईआर दर्ज करने की धमकी देकर ऐंठे 22 हजार रुपए। ■ 50 हजार की और कर रहे थे डिमांड।

ऑपरेशन टाईम्स मऊगंज।। सायबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों के बीच डिजिटल अरेस्ट का शिकार हुई महिला अतिथि शिक्षिका ने जहर निगल कर आत्महत्या कर लिया है। मामला मऊगंज जिले का है। जालसाजों ने एफआईआर की धमकी देकर उसे डिजिटल अरेस्ट किया था। इस दौरान 22 हजार रुपये ऐंठ चुके थे जबकि 50 हजार रुपये की और डिमांड कर रहे थे। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया है। वहीं शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। जानकारी के मुताबिक मऊगंज के घुरेहटा निवासी रेशमा पांडेय पत्नी विनायक पाण्डेय 35 वर्ष पेशे से अतिथि शिक्षक है। उनकी पदस्थापना पन्त्री हाईस्कूल में है। परिजनों ने बताया कि रविवार को उनके मोबाइल फोन पर एक वीडियो कॉल आया। जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस और आर्मी का अधिकारी बताते हुए महिला के आधार कार्ड के माध्यम से उस पर एफआईआर दर्ज करने की धमकी दी। साथ ही 50 हजार की मांग किये। जिससे डरी महिला शिक्षिका ने ऑनलाइन कियोस्क सेंटर के माध्यम से 22 हजार रुपये जालसाजों के खाते में ट्रांसफर भी किया। लेकिन इसके बाद भी जालसाज 50 हजार रुपये की और डिमांड कर रहे थे। जिससे परेशान होकर शिक्षिका ने जहर निगल लिया। तबियत बिगड़ने पर जानकारी परिजनों को हुई तो वे शिक्षिका को आनन-फानन में उपचार के लिये संजय गांधी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां उसकी सांस थम गई। घटना सामने आने के बाद पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है। मऊगंज थाना में परिजनों की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। वहीं शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।
सेना व पुलिस की वर्दी में थे जालसाज—
बताया गया है कि वीडियो कॉल में सभी फ्रॉड पुलिस और सेना के अधिकारी की तरह नजर आ रहे थे। जिन्हें देखते ही महिला डर गई और उसने अपने खाते से 22 हजार की रकम ट्रांसफर कर दी। जिसके बाद उसके खाते में पैसे नहीं थे। ऐसे में फ्रॉड लगातार उस पर पैसे ट्रांसफर करने का दबाव बनाते रहे। जिससे महिला इस कदर डरी की उसने मौत को गले लगा लिया। परिजनों ने उसके साथ हुई धोखाधड़ी की घटना से संबंधित वीडियो और फोटो भी पुलिस को उपलब्ध कराया है।
सुसाइड का शायद पहला मामला—
बता दें कि डिजिटल अरेस्ट की घटनाएं देश और प्रदेश में लगातार हो रही है लेकिन इससे तंग आकर सुसाइड किए जाने का शायद यह प्रदेश का पहला मामला है। जिसमें किसी महिला ने सुसाइड कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने सायबर सेल के माध्यम से जालसाजों का पता लगाने का प्रयास शुरू कर दिया है। पुलिस अधिकारियो ने जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़ने का दावा किया है। साथ ही अपील किया है कि इस तरह के किसी भी फर्जी कॉल से डरें नहीं और उनकी बातों में न फंसे।।