मृतक रामकमल की पत्नी ने सरई पुलिस पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप, न्यायिक जांच की लगायी गुहार

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जिले के सरई थाना अंतर्गत नौढिया निवासी स्व. रामकमल पाण्डेय की पत्नी ने सरई टीआई पर आरोप लगाते हुए कहा है कि पुलिस ने साक्ष्य मिटाने का कार्य किया है। मेरे पति की मौत बिजली करंट से नही बल्कि उनकी हत्या की गई है। पीड़िता ने बयान देते हुए गुहार लगाई है कि सरई पुलिस से नही बल्कि इसकी अलग टीम से विधिवत न्यायिक जांच कराई जाए। गौरतलब हो कि बीते 7 जनवरी को रामकमल पाण्डेय पिता स्व. रामप्रभा पाण्डेय उम्र 41 वर्ष निवासी नौढिया का शिवगढ़ रेत के अवैध खदान के पास शव मिला। जहां ट्रैक्टर से उनके शव को उनके घर पहुंचा दिया गया। जहां परिजनों ने थाने के सामने हंगामा किया। तब कहीं जाकर सरई पुलिस नींद से जागी और मनगढ़न्त कहानी बनाते हुए तीन लोगो को संदेह के आधार पर उठाया और उन्ही को आरोपी बनाते हुए उनके पास से तार और लोहे की कील बरामद करते हुए खुलासा कर दिया कि आरोपी पकड़ गए हैं। इन्ही के द्वारा सुअर मारने के बिजली का तार लगाया गया था। तार में फंसने के चलते रामकमल की मौत हुई है। लेकिन घटना के बाद हंगामे के समय परिजन थाने के सामने गुहार लगाते रहे कि बिजली के तार से मौत नही हुई है बल्कि रामकमल की हत्या हुई है। परिजनों ने यह भी कहा कि सरई टीआई और उनकी टीम शिवगढ़ से प्रतिदिन रेत की निकासी करवाती है। रेत की वजह से रामकमल की हत्या की गई है। लेकिन परिजनो की गुहार को सरई टीआई नजरअंदाज करते हुए मनगढ़न्त कहानी बनाकर बिजली करंट से मौत होना साबित किया है। स्व. रामकमल पाण्डेय की पत्नी सुनीता पाण्डेय ने कहा है कि सरई पुलिस से विश्वास उठ चुका है। अगर सरई पुलिस को न्याय देना होता तो घटना स्थल से मिट्टी डालकर सबूत न मिटाया जाता। मृतक की पत्नी ने यह भी कहा कि अगर करंट से मौत होती तो उनका शरीर या जहां करंट लगा होता वहां का अंग जल गया होता और कपड़े के ऊपर से करंट कैसे लगा। इस सभी साक्ष्य को सरई पुलिस ने अपने आप को बचाने के लिए करंट लगने की बात कर रही है।