बर्खास्त वनकर्मी शिवराज के सपत्नीक आत्महत्या मामले में 5 वनकर्मियों पर मामला पंजीबद्ध

ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। कोतवाली थाना अंतर्गत पिपरोहर निवासी वनकर्मी द्वारा अतीत में बर्खास्तगी की कार्यवाही से आहत होकर अपनी पत्नी के साथ शासकीय आवास में फांसी के फंदे में झूलकर आत्महत्या कर ली गई थी। आत्महत्या करने वाले स्थल से वनकर्मी द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट भी पुलिस को मिला था। लंबी विवेचना के पश्चात पुलिस द्वारा अब आत्महत्या के लिए उकसाने वाले वन विभाग के 5 कर्मचारियों पर आपराधिक मामला पंजीबद्ध किया गया है। सिंगरौली जिले के कोतवाली बैढन थाना में दर्ज अपराध क्रमांक 0034/25 में वन मंडल कार्यालय जिला वनोपज सहकारी एवं मर्यादित सिंगरौली के वनोपज तेंदु शाखा में दैनिक वेतन भोगी कुशल श्रमिक स्थाईकर्मी शिवराज सिंह चौहान निवासी पिपरोहर पदस्थ थे। विगत 7 फरवरी 2024 एवं 8 फरवरी 2024 को शासकीय कार्य को लेकर उनके तथा कार्यालय में कार्यरत रजनी गुप्ता के मध्य विवाद हुआ था। 9 फरवरी 2024 को अपरान्ह 4:30 बजे से 5 बजे के बीच कार्यालयीन कार्य के दौरान शिवराज सिंह द्वारा विभागीय कर्मचारी रजनी गुप्ता के सामने अपने शीट पर बैठकर मदिरा का सेवन कर धारदार हथियार कुल्हाड़ी निकालकर टेबल पर पटककर अनावेदिका के साथ अपशब्दों का प्रयोग किया गया था। जिसका वीडियो वायरल होने के बाद वन मंडलाधिकारी सिंगरौली द्वारा शिवराज सिंह को आरंभ में निलंबित कर दिया गया तथा जांच के लिए समिति गठित की गई। समिति की रिपोर्ट आने के पश्चात 19 फरवरी 2024 को शिवराज सिंह चौहान को सेवा से पृथक कर दिया गया।वहीं वन कर्मचारी रजनी गुप्ता द्वारा महिला थाना में शिवराज सिंह के विरुद्ध की गई रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 30/2024, धारा 294, 506, 509 आईपीसी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया। उक्त कार्यवाही के पश्चात शिवराज सिंह काफी तनाव में थे और 1 मार्च 2024 को अपने गृह ग्राम पिपरोहर से शिवराज सिंह अपनी पत्नी निर्मला सिंह के साथ निजी वाहन से बैढन स्थित अपने सरकारी आवास में दोपहर करीब 12 बजे पहुंचे। इसके बाद कमरे के अंदर पति-पत्नी द्वारा फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली गई थी।
इन कर्मचारियों पर आपराधिक मामला दर्ज—-
बैढ़न थाना पुलिस द्वारा विवेचना एवं जांच में आए साक्ष्यों तथा विधिक राय के आधार पर वन विभाग के कर्मचारी श्रीमती रजनी गुप्ता पति राकेश गुप्ता निवासी कोतवाली रोड सीधी, राकेश गुप्ता पिता स्व. अयोध्या प्रसाद गुप्ता निवासी कोतवाली रोड सीधी, सूर्यप्रकाश चौधरी पिता रामलाल चौधरी निवासी बोदाबाग रीवा, रावेन्द्र कुमार पाण्डेय पिता स्व. बिहारीलाल पाण्डेय निवासी ग्राम हडिया थाना नईगढ़ी जिला मऊगंज, श्रीमती मीरा मिश्रा पति श्रीपति मिश्रा निवासी बघोर थाना अमिलिया जिला सीधी के विरुद्ध अपराध धारा 306, 34 भादवि के तहत अपराध पंजीबद्ध कर 8 जनवरी 2025 को विवेचना में लिया है। तत्संबंध में मृतकों के परिजनों का आरोप है कि वन कर्मी शिवराज सिंह चौहान को आरोपियों द्वारा सुनियोजित तरीके से परेशान करने के साथ ही उनको नौकरी से बर्खास्त कराने की साजिश की गई। जिसके चलते शिवराज सिंह चौहान काफी तनाव में थे और उनकी सुनवाई विभागीय स्तर पर न होने के कारण उनके द्वारा अपनी पत्नी के साथ आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाया गया। इस मामले में पुलिस की विवेचना लंबी चलने के बावजूद साजिश में लिप्त वन कर्मचारियों के विरुद्ध आपराधिक मामला पंजीबद्ध होने के बाद उन्हें न्याय मिलने की आस जगी है।