मऊगंज विधायक के धरना के बाद पुलिस अधीक्षक ने लिया एक्शन, लौर थाना प्रभारी समेत बीट प्रभारी हुए निलंबित
लव जिहाद से जुड़े मामले में लापरवाही का आरोप

ऑपरेशन टाईम्स रीवा।। मऊगंज जिले के लौर थाना क्षेत्र से अपहृत की गई किशोरी के मामले में लापरवाही बरतने पर थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर समेत बीट प्रभारी को निलंबित कर दिया गया। यह एक्शन तब हुआ। जब शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब एक बजे मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल को कलेक्ट्रेट में धरना देना पड़ा। इसके बाद पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने तत्काल प्रभाव दोनों को निलंबित करने का आदेश दे दिया। वहीं किशोरी को बरामद कर परिजनों के हवाले कर दिया गया।
यह है मामला—
जानकारी के अनुसार लौर थाना क्षेत्र से गत दिवस एक किशोरी रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने थाना पहुंच कर अपहरण का मामला दर्ज कराया था। आरोप था कि सीतापुर निवासी आदतन अपराधी इमान अली उर्फ माझिल 26 वर्ष ने अपहरण किया है। इसके बाद पुलिस ने किशोरी को बरामद करते हुये आरोपी को मुंबई से पकड़ लिया था। लेकिन सही ढंग से कार्रवाई नहीं किया।
40 हजार रुपये मांगने का आरोप—
विधायक प्रदीप पटेल ने आरोप लगाया कि लव जेहाद जैसे संगीन अपराध में भी पुलिस ने कार्रवाई में ना सिर्फ लापरवाही की बल्कि पीड़ित परिवार से 40 हजार रुपये की डिमांड भी किया था। जबकि अपहरण करने वाला आरोप पेशेवर अपराधी है। जिसके खिलाफ पूर्व से 9 अपराध दर्ज है। उसका जिला बदर भी हो चुका है। लिहाजा विधायक ने कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। जिसके चलते आरोपी के खिलाफ एनएसए के तहत भी कार्रवाई की गई है।
जानकारी विधायक प्रदीप पटेल को हुई तो वह शुक्रवार की देर रात करीब 1 बजे कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गये और धरना पर बैठ गये। जिसके बाद कलेक्टर अजय श्रीवास्तव व एसपी रसना ठाकुर मौके पर पहुंची। उन्होंने विधायक को मनाने का प्रयास किया। लेकिन विधायक उक्त घटनाक्रम को लव जिहाद बता कर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। वहीं थाना प्रभारी समेत जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों की मांग करते नजर आये। लिहाजा विधायक की जिद के आगे पुलिस अधिकारियों को झुकना पड़ा और अंततः लौर थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर समेत बीट प्रभारी को निलंबित कर दिया। जिसके बाद विधायक का धरना समाप्त हुआ।