
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। इन दिनों सिंगरौली जिले में जिस गति से राखड़ वाहनों की धमाचौकड़ी चल रही है ऐसा प्रतीत होता है कि इन्हें रोकने और इन पर नकेल कसने वाला कोई नहीं दिख रहा है। सिंगरौली जिला जब से अस्तित्व में आया है तब से यहां का विकास लगातार बढ़ रहा है लेकिन ठीक उसी तरह यहां स्थापित कंपनियां लगातार बढ़ी है लेकिन यहां के रास्ते सिकुडते जा रहे हैं और इन डंपरों की चपेट में कभी इंसान तो कभी बेजुबान जानवर इसका शिकार हो रहे है। आखिर कब तक यह चलता रहेगा क्यों यहां के जनप्रतिनिधियों को इसकी कोई चिंता नहीं है। यहां की जनता लगातार वाहनों की चपेट में आकर मर रही है कभी किसी का बच्चा तो कभी किसी का पालनहार इन डंपरों के कारण काल के गाल में समाते जा रहे हैं। यहीं हाल यहां के गौ वंशों का है जहां हर दिन कोई न कोई वाहन इनके ऊपर वाहन चढ़ाकर इन्हें मौत के हवाले करते जा रहे हैं।
रास्तो चौड़ा करें नहीं तो हमें ही विस्थापत करें—
अब लोगों को यह कहते हुए भी देखा जा रहा है अगर यहां के जनप्रतिनिधि सड़क चौड़ीकरण का कार्य नहीं करते है तो जिससे आये दिन हम और हमारा परिवार संशकित रहता है और दिन ब दिन गौवंश लगातार इन पर वाहन चढ़ाकर वाहन चले जा रहे हैं जिससे गौवंश रास्ते में तड़पते रहते हैं। वो बेचारे किससे कहे अपना दर्द हम तो अपनी व्यथा सभी से कह सकते हैं लेकिन इनका क्या दोष जो हमारी गलती के कारण इनकी जान जा रही है। यहां की सरकार चाहे सड़क चौड़ीकरण का कार्य करें नहीं तो हमें ही यहां से हटाकर कहीं दूसरी जगह विस्थापित करें हमें मरना नहीं दूसर है इन वाहनों की चपेट में आकर।
राखड वाहनों की चपेट में आकर मर रहे गौवंश—
बैढ़न के बलियरी क्षेत्र के मौहरिया टोला में राख डेम के संविदाकार द्वारा राख परिवहन घनी बस्ती से किया जाता है जिसमें आज बीती आज रात मे सड़क के किनारे घर के पास बैठी एक साथ चार गाय क़ो राख परिवहन वाहन हाइवा चढ़ने से दो की मौत हो गयी है और वही दो गाय मरणासन्न अवस्था मे है। अब उन्हे कौन उपचार दे कौन उनकी देखभाल करें करने वाले तो बहुत हैं लेकिन करना कौन चाहता है। लगातार इन गौवंशों की वाहनों की चपेट में आकर मौत हो रही है।
ऐसे हुई दुर्घटना—
स्थानीय लोग बताते है कि राख वाहन हाइवा खाली था तेज गति से अनियंत्रित होकर नीम के पेड़ से टकराते हुये बैठी गाय पर वाहन चढ़ने से यह घटना घटी है और वही एक घर के पास व्यक्ति सो रहा था अगर पेड़ न होता तो उसके ऊपर चढ़ सकता था। पेड़ होने से बाल-बाल बचा है अपना नाम विजय नाइ बता रहा है उसके आँखो देखी हाल है। यह पहली घटना नहीं है और आये दिन किसी न किसी के घर मे राख परिवहन वाहन घुसना, दीवार टूटना, गाय के ऊपर वाहन चढ़ने से मौत होने का खेल लगातार चल रहा है। बताते दें कि लगभग डेढ़ माह पूर्व मे हाइवा घर मे घुसा था इस दौरान बाल-बाल लोग बच पाये थे और वही जनप्रतिनिधि और जिला प्रशासन के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि राख परिवहन के लिये दूसरा रूट बना दिया जायेगा। जो अभी तक ऐसा कुछ भी नहीं हुआ आज फिर से घटना घट गयी। सड़क जाम की स्थिति बनी हुयी जो जांच का विषय बना हुआ है। वही पशुपालक का नाम हरिश्चंद्र शाह पिता मदनचंद शाह के दो गर्भवती गाय की मौत हो चुकी है और वही विजय नाई पिता रामबरन नाइ के गाय दो गंभीर घायल होकर मरणासन्न की स्थिति में पड़ी है। अंतिम सांस ले रही है और वही संतोष शाह पिता छोटेलाल शाह की एक बछिया क़ो गंभीर चोट आयी है। स्थानियों मे काफ़ी आक्रोश है।।