रेलवे क्रासिंग पर अब गेट मैन से विवाद करना पड़ेगा भारी
रेलमंत्री ने ली समीक्षा बैठक, सुरक्षा को और मजबूत करने लिए महत्वपूर्ण निर्णय

नई दिल्ली।। रेलवे क्रासिंग पर अगर आपने गेट मैन से विवाद किया तो फिर आपकी खैर नहीं है। भारतीय रेलवे ने इस संबंध में एक फैसला लिया है। कई बार वाहन चालक गेटमैन से क्रासिंग खोलने को लेकर विवाद करते हैं, इस वजह से हादसे की संभावना बनी रहती है। यह देखकर रेलवे ने सख्त फैसला लिया है। रेलवे की समीक्षा में रेलवे के लेवल क्रॉसिंग (एलसी) गेटों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया। इस दौरान उन्होंने 11 महत्वपूर्ण निर्णय लिए जो रेलवे की सुरक्षा को और मजबूत करने वाले है। रेल मंत्री ने निर्देश दिया कि सभी लेवल क्रॉसिंग गेटों पर सीसीटीवी कैमरे और रिकॉर्डिंग सिस्टम लगाए। इनके लिए बिजली की व्यवस्था सौर पैनल, बैटरी बैकअप और यूपीएस के द्वारा सुनिश्चित की जाएगी। यह काम मिशन मोड में तेजी से पूरा होगा। इसके अलावा, च्व्सड़क यातायात के लिए बंदज्ज् गेटों को च्व्सड़क यातायात के लिए खुलाज्ज् करने की नीति की समीक्षा होगी, ताकि यातायात सुगम हो सके। लेवल क्रॉसिंग गेटों पर इंटरलॉकिंग सिस्टम को जल्द से जल्द लागू करने का फैसला हुआ। रेलवे की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (पीएसयू) को भी इस काम में शामिल किया जाएगा। अब 10,000 टीवीयू (ट्रेन वाहन इकाई) वाले गेटों पर भी इंटरलॉकिंग शुरू होगी, जो पहले 20,000 टीवीयू की सीमा पर होती थी। जिन गेटों पर 10,000 टीवीयू से अधिक ट्रैफिक है, वहां रोड ओवर ब्रिज (आरओबी), रोड अंडर ब्रिज (आरयूबी) या सीमित ऊंचाई सबवे (एलएचएस) के अलावा इंटरलॉकिंग अनिवार्य होगी। गैर-इंटरलॉक गेटों की सुरक्षा के लिए हर डिवीजन में प्रतिदिन दो बार आवाज रिकॉर्डिंग की जांच होगी।।