
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। महिला बाल विकास वन स्टाफ सेंटर में एक 14 साल के बच्ची ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना बुधवार रात 10 बजे की है। दरअसल बरगवां थाना पुलिस ने चार दिन पहले काउंसलिंग के लिए ममता सिंह को सेंटर में भेजा था। उसने बंद कमरे में फांसी लगा ली। सूचना मिलते ही जिला कार्यक्रम अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस की मदद से शव को नीचे उतारा गया। पोस्टमॉर्टम के लिए शव जिला अस्पताल की मर्चुरी में रखा गया। इस घटना से जुड़ा एक और पहलू सामने आया है। मृतका की बहन भी चार दिन पहले ही वन स्टाफ सेंटर से भाग गई थी। सेंटर प्रशासन ने कोतवाली बैढ़न में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। महिला बालविकास अधिकारी जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि फांसी लगाने का कारण अभी अज्ञात है। मामले की जांच की जाएगी। लड़की की पहचान के लिए सभी थाना-चौकियों को पत्र लिखा जाएगा। जांच के बाद ही मौत के कारणों का पता चल सकेगा। लड़की कहाँ की है। ये अभी तक साफ नहीं हो पाया है लेकिन जिस लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है वो केअर टेकर से बोल रही थी कि घर जाना चाहती है। 13 तारीख से उसे यहां बरगवां की पुलिस लेकर आई थी। वन स्टॉफ सेंटर की सरोज सोनवानी ने बातचीत में बताया की लड़की घर जाने के लिये परेशान थी। जिसकी जानकारी बरगवां थाना प्रभारी को दी गई लेकिन बरगवां थाने की पुलिस ने लड़की को वन स्टॉफ सेंटर पहुंचाने के बाद आगे कोई पहल नही की। बताते चलें कि वन स्टॉफ सेंटर महिला एवं बाल विकास द्वारा संचालित किया जा रहा है। इसके बाद भी सिंगरौली वन स्टॉफ सेंटर कर्मचारी की भारी कमी से जूझ रहा है। जिसे स्वयं की काउंसिलिंग के लिये अधिकारी कर्मचारी और स्टॉफ नहीं है। वो जिले भर की महिलाओं और लड़कियों की कैसे काउंसलिंग कर रही होंगी?