
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जिलें में सोशल मीडिया पर बड़े बड़े नेताओं के साथ फोटो वायरल तस्वीरें डालने वाला एक व्यक्ति अब – ट्रांसफर कराने के नाम पर ठगी करने के आरोप में घिर गया है। मामला इन्दौर निवासी एक शिक्षिका से जुड़ा है, जिसने अपने स्थानांतरण के प्रयास में ठगी का शिकार होने की आपबीती साझा की है। आवेदक ऋतु गुप्ता, पति जितेन्द्र, निवासी माँ दुर्गा कॉलोनी, बाराऊ (इन्दौर) वर्तमान में शासकीय हाई र स्कूल बडगड़ स्कूला, इन्दार में वर्ग-3 क पदस्थ हैं। उनका कहना है कि वे बैढ़न में किराए के मकान में रहती हैं और वहीं से प्रतिदिन बडगड़ स्कूल तक नौकरी के लिए आना-जाना करती हैं। घर से दूर नियुक्ति होने के कारण वह लंबे समय से अपने जिले या आसपास ट्रांसफर करवाने की कोशिश में थीं इसी दौरान बैढ़न में उनकी मुलाकात रितेश शाह नामक व्यक्ति से हुई, जिसने खुद को सूखदार लोगों से जुड़ा बताकर उनका ट्रांसफर करवाने का भरोसा दिलाया। रितेश ने अपने मोबाइल में बड़े नेताओं के साथ एडिट की गई तस्वीरें दिखाई और दावा किया कि वह मंत्रालय तक संपर्क में है ऋतु गुप्ता ने बताया, “रितेश शाह ने कहा कि वह मेरा ट्रांसफर जल्द करवा देगा, बस ₹50,000 देने होंगे। मैंने भरोसा करके फोन पे से नंबर 8965056913 से रितेश के नंबर 7999225340 पर ₹50,000 ट्रांसफर कर दिए। अब जब मैं पैसे या ट्रांसफर के बारे में पूछती हूं, तो वह बहाने बनाता और बात टालता है। पीड़िता ने आगे बताया कि इस ठगी से वह मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं। कई बार अनुरोध के है।बावजूद रितेश पैसे लौटाने या ट्रांसफर प्रक्रिया में कोई पारदर्शिता नहीं दिखा रहा है। जिसे अब उन्होंने इस पूरे मामले की शिकायत संबंधित प्रशासन और पुलिस अधिकारियों से की है, ताकि ठगी करने वाले ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जा सके। लेकिन कई माह बीत जाने के बात भी कोतवाली पुलिस ने कोई कार्रवाही नहीं की और न ही अभी तक मामले की एफआईआर दर्ज किया गया। जिससे महिला काफ़ी परेशान होकर सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की है। लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब आवेदक कर्ता की मांग है की रितेश शाह के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्यवाही की जाए, और मुझे को न्याय दिलाया जाए।
सवाल खड़े कर रहा है सोशल मीडिया का दरुपयोग—
रितेश शाह द्वारा नेताओं के साथ एडिटेड फोटो सोशल मीडिया पर डालकर लोगों को भ्रमित करना और फिर ट्रांसफर जैसी संवेदनशील प्रक्रिया के नाम पर ठगी करना, यह दिखाता है कि कैसे AI और तकनीक का दुरुपयोग आम जनता के विश्वास को ठेस पहुंचा रहा है।