सहकार ग्लोबल के गुर्गों की गुंडागर्दी, वाहन से पीछा कर युवकों को लोहे की रॉड से पीटा
बीच सड़क पर गुर्गे करते रहे दादागिरी, पुलिस को नहीं लगी भनक, गश्त पर सवाल, कोतवाली थाना क्षेत्र के कचनी में देर रात हुई वारदात, छह घायलों का निजी अस्पताल में चल रहा उपचार

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। कोतवाली थाना क्षेत्र के कचनी में बुधवार की देररात रेत कंपनी सहकार ग्लोबल के गुर्गों ने जमकर तांडव मचाया। कंपनी के गुर्गों ने अवैध रेत परिवहन के शक पर चार पहिया वाहन से कुछ युवकों का पीछा किया और ओवरटेक कर उनके साथ लोहे के रॉड से जमकर मारपीट की। वाहन में भी तोडफ़ोड़ की है। घटना में छह लोग घायल हो गए है। घायलों को उपचार के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उधर देर रात रेत ठेकेदार के गुर्गों की ओर से की गई मारपीट की भनक पुलिस को नहीं लगी। जबकि यह घटना जिला मुख्यालय से महज तीन किमी दूरी पर ही घटित हुई है। हालांकि शिकायत पर पुलिस ने रेत कंपनी के सात गुर्गों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि सात आरोपी फरार है। पुलिस के अनुसार फरियादी भलया टोला सरई निवासी सचिन कुमार वैश्य ने शिकायत करते हुए बताया कि वह अपने परिवार के सदस्य बद्री प्रसाद, अटल बिहारी, रविंद्र एवं अंकित कुमार के साथ अपने वाहन क्रमांक एमपी 66 सीए 0793 से निजी अस्पताल में भर्ती परिजन को बुधवार की रात देखने जा रहे थे। तभी सहकार ग्लोबल ठेकेदार के गुर्गों में शामिल विजय उर्फ विपिन सिंह भदौरिया पिता सुखलाल सिंह भदौरिया, रंजित सिंह पिता मोहर सिंह सिकरवार, आदित्य शर्मा पिता रामकेश शर्मा, सुमित सिंह चौहान पिता राजेश सिंह चौहान, राजा सिंह तोमर पिता उदल सिंह तोमर, लवकुश सिंह पिता सुखलाल सुखलाल सिंह सिंह भदौरिया,अर्जुन सिंह सिकरवार पिता जगमोहन सिंह सिकरवार सभी निवासी भिड़ व मुरैना हाल पता सहकार ग्लोबल कंपनी वैढन ने चार पहिया लग्जरी वाहनों से पीछा कर कचनी में हमारे वाहन को ओवरटेक किया। साइड न देने का बहाना बताकर लाठी-डंडे व रॉड से बेरहमी से मारपीट कर वाहन में भी तोडफ़ोड़ किया।
गुर्गों ने दो वाहनों से किया था पीछा—
मारपीट करने वाले सभी आरोपी भिंड व मुरैना के निवासी हैं। रेत कंपनी के गुर्गों ने दो स्कॉर्पियो वाहन से पीछा किया था। इसमें एक वाहन का नंबर एमपी 66 टी 0337 था। यह घटना कचनी में एक ट्रैक्टर एजेंसी के सामने की है। फरियादी गोविंद के अनुसार उक्त पीड़ित पक्ष अपनी बुआ के बेटे को निजी अस्पताल में देखने आ रहे थे।
वाहन के निकाल दिए नंबर प्लेट—
फरियादी गोविंद वैश्य सहित अन्य लोगों ने बताया कि आरोपियों का एक वाहन काले और एक सफेद रंग का था। मारपीट के दौरान दोनों वाहनों में बकायदे नंबर प्लेट लगे थे। कोतवाली पुलिस ने जब उक्त वाहन को अपने कब्जे लिया। इसके बाद वाहनों के नंबर प्लेट गायब हो गए। कहीं न कहीं इस पूरे मामले में पुलिस की भी ठेकेदार पर दरियादिली दिखाई दे रही है। हालांकि शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध बीएनएस की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर सात को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मारपीट की घटना में करीब 14 आरोपियों का शामिल होना बताया गया है। सात आरोपी अभी फरार हैं। पुलिस की ओर से फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस की रात्रि गश्त पर सवाल—
रेत कंपनी के गुर्गों ने देररात सड़क पर तांडव मचाया और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। मारपीट की इस घटना ने पुलिस की रात्रि गश्त पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह भी जानकारी लगी हैं कि आरोपियों को शक था कि संबंधित युवक ट्रैक्टर से रेत का अवैध परिवहन कराते हैं। इसी शक के आधार पर युवकों के वाहन रोककर मारपीट की। युवकों को सफाई का मौका नहीं दिया।
आरोपियों के खिलाफ मामला पंजीबद्ध—
फरियादियों के साथ मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है। पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शेष की तलाश की जा रही है। विवेचना में जो भी बिंदु सामने आएंगे, उसके मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।
अशोक सिंह परिहार, टीआइ कोतवाली वैढन