बुलेट बाइक पर मॉडीफाई साइलेंसर लगाने वालों के विरुद्ध यातायात पुलिस ने की ताबड़तोड़ कार्यवाही

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। पुलिस अधीक्षक सिंगरौली श्रीमती निवेदिता गुप्ता के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार वर्मा व सीएसपी विन्ध्यनगर पी.एस.परस्ते के मार्गदर्शन में यातायात थाना प्रभारी निरीक्षक विद्यावारिधी तिवारी की पुलिस टीम के द्वारा लगातार कार्यवाहीयां की जा रही है। पुलिस अधीक्षक महोदया सिंगरौली के निर्देशन में तेज आवाज में चलने वाले बुलेट चालकों के विरुद्ध कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये है। जिसके पालन में दिनांक 06/10/2024 को शहर के विभिन्न स्थानों पर यातायात पुलिस द्वारा वाहन चेकिंग लगाकर 14 बुलेट मोटरसाइकिल जिसमे मॉडिफाई साइलेंसर लगवाकर शहर के अंदर तेज आवाज में चलने वाले चालकों के विरुद्ध चलानी कार्यवाही के साथ मॉडीफाई सांइलेसर निकलवाने की कार्यवाही की गई। प्रायः यह शिकायत आ रही थी कि बुलेट चालकों द्वारा बुलेट के ओरिजनल साइलेंसर निकलवाकर उनकी जगह मॉडीफाई साइलेंसर लगवा रहे है। सिंगरौली पुलिस सभी से अपील करती है कि अपने बुलेट की आवाज साइलेंसर नार्मल रखे। यातायात नियमों के अनुसार आबादी वाले क्षेत्र में बुलेट के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज को 55 से 60 डेसिबल तक सामान्य माना जाता है और किसी भी बाइक से निकलने वाली आवाज 60 डेसिबल से कम ही होनी चाहिए लेकिन जब साइलेंसर बदलते हैं। तो बाइक की आवाज 100 डेसिबल से भी ज्यादा का ध्वनि प्रदूषण करती है। जो गैरकानूनी है। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में इनफिल्ड व अन्य कंपानियों के बुलेट मोटरसाईकल में कंपनी की ओर से लगाये गए मानक ध्वनि सीमा के साइलेंसर को कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा बुलेट के साइलेंसर के साथ छेड़छाड़ व माडिफाई करते हुये उसकी ध्वनि को तेज व कर्कश करते हुये तेज गति से सड़क पर चलाया जा रहा है। इससे बुलेट चालको द्वारा ध्वनि प्रदूषण फैलाने के साथ-साथ आम राहगीरो को परेशानी में डाला जा रहा है। इस प्रकार की कर्कश आवाज से दुर्घटना की संभावना भी बनी रहती है। जिस क्षेत्र की सड़क पर ऐसे कर्कश ध्यनि वाले साइलेंसर से निकलने वाली आवाज के बुलेट व बाइक मिलती है तो ऐसे चालकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी और ध्वनि प्रदूषण व मोटर व्हीकल अधिनयम की धाराओं तहत कार्यवाही की जावेगी।
कार्यवाही में शामिल पुलिस टीम —
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक विद्यावारिधी तिवारी, सउनि सुरेश शुक्ला, सउनि शिवेन्द्र सिंह एवं समस्त यातायात स्टॉप की सराहनीय योगदान रहा।