राजन जी महाराज के राम कथा में दूसरे दिन स्त्रोताओं का लगा रहा तांता
एनसीएल ग्राउंड बिलौंजी में नौ दिवसीय रामकथा का 30 अक्टूबर को होगा समापन

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जिला मुख्यालय वैढ़न के एनसीएल मैदान बिलौंजी में शुरु हुई नौ दिवसीय भगवान श्रीराम कथा के दूसरे दिन भगवान शिव बारात प्रसंग का वर्णन किया गया। कथावाचक प्रेममूर्ति पूज्य संत श्री प्रेमभूषण जी महाराज के कृपा पात्र राजन जी महाराज ने शिव बारात प्रसंग का वर्णन करते हुए बताया कि औघड़दानी भगवान शिव की बारात को देखकर सबने कहा कि जिस बारात के बाराती इतने सुंदर हैं। उसका दूल्हा कितना सुंदर होगा। भगवान शिव गले में हलाहल भरे हुए सांपों की माला पहने और वाघंबर धारण किये हुए नंदी पर सवार होकर माता पार्वती से ब्याह रचाने के लिए पहुंचे थे। नंदी पर सवार भगवान भोलेनाथ की मंद-मंद मुस्कान को देखकर सभी बाराती और घराती उन पर मोहित थे। प्रख्यात कथावाचक ने शिव विवाह के प्रसंग में आगे कहा कि भगवान भोलेनाथ को उनके विवाह के लिए सजाया जा रहा था। तो पूरे शरीर में शमशान की भस्म लागई गई और गहने की जगह सांपों को लपेटा गया। नरमुंडों की माला पहनाई गई। स्वर्ग लोक से देवी-देवता बाराती बनकर शिवजी के पास आये। भगवान के इस रुप को देखकर देवी-देवता भी अचंभित रह गए। स्वर्ग लोक की देवियों ने कहाकि ऐसा दूल्हा कभी नहीं देखा। उन्होंने कहाकि भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह प्रसंग को जो नर-नारी सुनेंगे अथवा सुनाएंगे गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं कि इसी जीवनकाल में उस मनुष्य का मंगल ही मंगल होगा।
संगीत ऐसा कि थिरकते रहे कदम—
कथा को सुनने आने वाले तमाम महिलाएं व पुरूष कथा के दौरान सुनाये जाने वाले प्रसंगों का रसपान करते रहे। लोग भगवान श्रीराम की भक्ति और सुमधुर संगीत में इस तरह से लीन हो जाते है कि वे सुधबुध भूलकर उनके कदम थिरकने लगते है। भक्तों के उत्साह को देखकर कथा वाचक राजन जी महाराज भी एक से बढ़कर एक भजन सुनाते हैं। पूरा पंडाल भक्तिरस में डूब जाता है। कथा प्रतिदिन दोपहर तीन बजे से शुरु होती है और शाम सात बजे तक चलती है। कथावाचक राजन जी महराज की वैढ़न में पहली बार श्रीराम कथा आयोजित हो रही है। श्रीराम कथा का रसपान करने के लिए जिलेभर के लोग पहुंच रहे हैं। करीब 5 से 8 हजार लोगों के बैठने के लिए बनाए गए पंडाल में कथा के दूसरे दिन पैर रखने तक की जगह नहीं बची थी। कथा का श्रवण करने आने वाले भक्तों को किसी तरह की असुविधा न हो। इसके लिए आयोजकों द्वारा पूरी व्यवस्था की गई है। पंडाल में दिन प्रतिदिन बढ़ती श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए आयोजकों द्वारा पंडाल की लंबाई और बढ़ाई जा रही है।
कलश यात्रा के साथ पहले दिन रही महिलाओं की भीड़—
श्री रामकथा आरम्भ होने के पूर्व कलेक्ट्रेट के सामने स्थित जुड़वा तालाब से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। जहां सैकड़ों की संख्या में महिलाएं व युवतियां शामिल होकर कथास्थल पहुंची। इस दौरान रथयात्रा भी निकाला गया। कलश यात्रा एवं रथ को जगह-जगह शहरवासियों ने स्वागत भी किया गया। इस दौरान सिंगरौली पुलिस द्वारा सुरक्षा के व्यापक इंतजामात किये गए थे। श्री रामकथा की शुरूआत में कथा वाचक श्री राजन जी महाराज ने इस आयोजन के लिए टीआई कपूर त्रिपाठी के साथ-साथ नागेन्द्र प्रताप सिंह बबलू, संतबहादुर सिंह, धीरज सिंह, गौरव सिंह, सतीश सिंह सहित अन्य की तारिफ करते हुये कहा कि यह कार्यक्रम अचानक तय हुआ और इसके लिए आयोजन समिति धन्यवाद के पात्र हैं।।
भगवान श्रीराम के रंग में रंगा शहर—
मार्यादा पुरुषोत्म भगवान श्री राम के रंग में पूरा शहर रंगा हुआ है। शहर से लेकर गांव देहात तक लोग श्रीराम कथा की चर्चा कर रहे हैं। कथा के दूसरे दिन के जजमान अमर बहादुर सिंह, राजाराम सोनी सपत्नीक रहे। दूसरे दिन कथा सुनने के लिए टीआई अर्चना द्विवेदी, ज्ञानेंद्र सिंह, भिपेंद्र पाठक, अमित द्विवेदी, रुपेशचंद्र पांडेय, सत्यनरायण बंसल, अरविंद्र मिश्रा, नागेंद्र सिंह, संदीप शुक्ला, धीरज सिंह, बिनोद चौबे, मानस अग्रवाल, संजय केशरी, आरपी सिंह, संजय दुबे, आशा गुप्ता, दीपक दुबे, प्रिस सोनी, अभय सिंह सहित बड़ी संख्या में भक्त व आयोजन समिति के लोग शामिल हुए।