पिता की मृत्यु की जांच को लेकर फरियादी ने एसपी ऑफिस में सौंपा आवेदन
कंपनी इंचार्ज पर जताया शक, पुलिस अधीक्षक से लगाई न्याय एवं सुरक्षा की गुहार

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। बीते दिवस 10 दिसंबर सोमवार को गुलशन कुमार पिता रामनिवास सिंह ग्राम तिलकरी जिला मुंगेर बिहार राज्य ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय सिंगरौली आकर आवेदन सौंपा है जहां उसने आवेदन में इस बात का जिक्र किया है कि प्रार्थी गुलशन कुमार के पिता रामनिवास सिंह जो लायड इंसुलेशन इंडिया लिमिटेड एनटीपीसी संविदा कंपनी में जुलाई 2014 से कार्यरत थे एवं लायड इंसुलेशन इंडिया लिमिटेड एनटीपीसी कंपनी को एनटीपीसी से प्रदत्त ग्रीनहार्ट कॉलोनी के ठेकेदार आवास में रहते थे जहां पर प्लांट से ड्यूटी के अलावा कंपनी इंचार्ज डीके पाल जो फरियादी के पिता रामनिवास सिंह से घरेलू कार्य झाडू पोछा बर्तन धुलवाना इत्यादि इत्य भी करवाते थे फरियादी का घर जिला मुंगेर बिहार राज्य में है इसलिए उसके पिताजी यानी रामनिवास सिंह को परिवार के उदर पोषण हेतु उक्त नौकरी में बने रहने के लिए इंचार्ज डी के पाल के द्वारा आदेशित कार्य करना ही पड़ता था जनवरी 2024 में फरियादी के घर में सूचना प्राप्त हुई कि उसके पिताजी की मृत्यु 15 जनवरी 2024 को रात्रि में हो गई है जबकि फरियादी के अनुसार 14 जनवरी 2024 तक उसके पिता पूर्ण रूप से स्वस्थ थे जिस बात की सूचना फरियादी गुलशन कुमार एवं उसकी मां को थी परंतु जब इन लोगों के द्वारा 16 जनवरी 2024 को फरियादी के पिताजी के 15 जनवरी 2024 को मृत्यु हो जाने की | खबर मिली तब परिवार के लोग आनन फानन में विंध्य नगर सिंगरौली आए जहां अपने पिताजी की मृत्यु की सैया पर देखिए यह चकित रह गए फरियादी गुलशन कुमार ने अपने पिताजी की मृत्यु पर शक जाहिर करते हुए कहा कि जब उसके पिता का मृत शरीर डी के के पाल के देखरेख में रखा था जहां उनकी मृत्यु उन्हें संदेहास्पद लगी जहां परिवार के लोग पोस्टमार्टम करना चाहते थे परंतु डीके पाल के द्वारा डरा धमका कर ना तो थाने में प्राथमिकी दर्ज करने दी गई और ना ही पोस्टमार्टम फरियादी ने आवेदन पत्र के माध्यम से पुलिस अधीक्षक से यह याचना की है और जिक्र किया है कि उसके पिताजी की मृत्यु बीमारी वस नहीं बल्कि उसकी साज़ीशन हत्या की गई फरियादी ने यह आरोप लगाया है कि यदि किसी कर्मचारी की ड्यूटी समय में सामान्य मृत्यु भी हो रही हो तो कंपनी उसके लिए जवाबदारी होती है एवं कंपनी के नियमानुसार उसकी सूचना कंपनी कर्मचारियों को ही करना चाहिए बल्कि फरियादी के पिताजी रामनिवास सिंह की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या या दुर्घटना को कंपनी ने अपने प्रभाव से हार्ट अटैक मृत्यु साबित कर फरियादी एवं उसकी मां को अंधेरे में रखा। जब इन परिस्थितियों एवं उसके पिताजी की मृत्यु के संबंध में कंपनी इंचार्ज डी के पाल से पूछा गया तो उसने प्रार्थी एवं प्रार्थी की मां को जान से खत्म कर देने की धमकी दी गई और कहा कि तुम लोग यदि सिंगरौली आए तो तुमको जान से मरवा कर कनाल में फेंकवा दूंगा तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे अपने पिताजी की मृत्यु से संबंधित तथ्यों को भूल जाओ तब फरियादी एवं उसके परिवार की आशंका और भी विश्वसनीय हो गई कि उसके पिताजी की संदिग्ध परिस्थितियों में विशयाअंकित आरोपी ने ही हत्या की है फरियादी का ऐसा कहना रहा कि ग्रीन हार्ट कॉलोनी के रहवासियों से सामान्य पूछताछ एवं उक्त कंपनी के इंचार्ज डी के पाल एवं भगत सिंह से कड़ाई से पूछताछ किए जाने पर उसके पिताजी की हत्या का अथवा मृत्यु का पर्दाफाश हो सकता है एवं परिवारजनों को न्याय मिल सकता है फरियादी ने यह भी आवेदन पत्र में जिक्र किया है कि मैं अत्यंत ही डरा हुआ हूं डीके पाल से क्योंकि वह अक्सर धमकाता रहता है कि हमारे पास थाना पुलिस आरटीओ के आदमी है तुम्हें मिनट में गायब कर दूंगा प्रार्थी ने अपने सुरक्षा की भी गुहार लगाई है और पुलिस अधीक्षक से अपने पिताजी की मृत्यु की विधिवत जांच कर आरोपी के ऊपर कार्यवाही कर मुझे न्याय दिलाया जाए कि अपील की है
इनका कहना है—
कल आवेदन दिया गया है तो इस इस संबंध में पूरा मामला क्या है हम इसकी जांच करवाएंगे।
शिवकुमार वर्मा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिंगरौली