हरदा में पुलिस की बर्बरता पर मोहन सरकार ने लिया एक्शन, ASP समेत तीन अफसरों को हटाया
राजपूत छात्रावास में युवाओं पर लाठीचार्ज के बाद सीएम का एक्शन, दो टीआई लाइन अटैच

ऑपरेशन टाईम्स भोपाल।। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरदा में करणी सेना परिवार के आंदोलन के दौरान राजपूत छात्रावास में पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज मामले में एक्शन लिया है। सीएम ने हरदा के एडिशनल एसपी, एसडीएम और एसडीओपी को हटा दिया है। सीएम ने कोतवाली टीआई और ट्रैफिक थाने के प्रभारी को नर्मदापुरम आईजी ऑफिस में अटैच किया है।
सीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी—
सीएम डॉ. मोहन यादव ने लिखा हरदा जिले में 13 जुलाई को राजपूत छात्रावास में घटित प्रकरण की जांच के उपरांत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीएम एवं एसडीओपी को तत्काल प्रभाव से हरदा जिले से हटाया है। थाना प्रभारी कोतवाली एवं थाना प्रभारी (ट्रैफिक) को नर्मदापुरम आईजी कार्यालय में अटैच किया है। समाज के छात्रावास में अनुचित बल प्रयोग एवं स्थिति को संवेदनशील रूप से निराकरण करने में की गई लापरवाही को लेकर यह एक्शन लिया गया है।
इन पांच अफसरों पर हुई कार्रवाई—
16 जुलाई को दिए थे जांच के आदेश—
16 जुलाई को सीएम ने दुबई यात्रा के दौरान ही हरदा लाठीचार्ज प्रकरण की जांच के आदेश दिए थे। जांच में पुलिस अफसरों की गलती पाए जाने के बाद मुख्यमंत्री ने ये एक्शन लिया है। हरदा में राजपूत छात्रावास में हुए लाठीचार्ज मामले में कांग्रेस और बीजेपी के विधायक मुख्यमंत्री को लगातार पत्र लिखकर जांच की मांग कर रहे थे।
करणी सेना कर रही थी प्रदर्शन—
हरदा में करणी सेना के विरोध-प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज किया था। इसे लेकर प्रदेश में जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस बीच पुलिस राजपूत छात्रावास में घुसी और लाठीचार्ज शुरू कर दिया था। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने हरदा के वीडियो शेयर किए थे। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस के लाठीचार्ज से बचने के लिए लोग छत पर चढ़े। कुछ लोग छत की बालकनी से कूदते हुए भी दिखे। कुछ लोग टीनशेड की छत पर भी पुलिस बचने के लिए छिपते दिख रहे हैं।
दिग्विजय ने की थी न्यायिक जांच की मांग—
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने छात्रावास में घुसकर लाठीचार्ज करने के मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। उन्होंने पुलिस कार्रवाई के दौरान मौजूद रही एक छात्रा से हुई बातचीत को सोशल मीडिया पर शेयर किया है। वहीं युवाओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हमारी जाति पूछकर लाठियां बरसाई।