
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। सीधी सिंगरौली जिले का एकमात्र राष्ट्रीय राजमार्ग 39 विगत 13 वर्षों से निर्माणाधीन है पंचवर्षीय भूमि पूजन उत्सव के इस मार्ग की पूर्णाहुति आज तक नहीं हो सकी है। निर्माण के नाम पर बढ़ते लागत के भार से घिसटती इस सड़क की टेढ़ी हुई कमर आज तक सीधी नहीं हो सकी है किंतु भूमि पूजन का राजनेताओं तथा सांसदों को प्रत्येक 5 वर्ष में अवसर मिलता रहा है। ज्ञात हुआ है कि एक बार पुनः इसका अनुबंध निरस्त हुआ है लिहाजा जिले के वर्तमान सांसद डॉ राजेश मिश्रा जी को भी भूमि पूजन के उत्सव का अवसर प्राप्त होना अवश्यंभावी है। जिला कांग्रेस कमेटी सिंगरौली ग्रामीण अध्यक्ष ज्ञानेंद्र द्विवेदी ने राष्ट्रीय राजमार्ग 39 पर अपना एक प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए कहा है कि सीधी सिंगरौली जिले के इस एन एच 39 महत्वाकांक्षी मार्ग को तत्कालीन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री कमलनाथ जी ने राष्ट्रीय राजमार्ग घोषित कर निर्माण के लिए बजट आवंटन किया था किंतु प्रदेश में भाजपा की सरकार थी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव का इंतजार कर समाप्त होते 2013 के दिनों में टेंडर करा कर भूमि पूजन किया और शीघ्र निर्माण कार्य पूर्ण होने का आश्वासन दिया एजेंसी को परेशान किया गया जिससे निर्माण कार्य की गति तो नहीं बढ़ी पर भाजपा सरकार द्वारा दुर्गति में कोई कमी नहीं की गई उसके बाद लोकसभा चुनाव के पश्चात् तत्कालीन सांसद श्रीमती रीति पाठक जी द्वारा इसी सड़क का दो बार पुनः भूमि पूजन किया गया और आसमानी ख्वाब दिखाए गए । पत्रों और फोटो का भी खूब प्रदर्शन हुआ कांग्रेस पार्टी ने समय समय पर धरना प्रदर्शन एवं पदयात्रा के माध्यम से सरकार का ध्यान आकृष्ट किया लेकिन सड़क नहीं बनी निर्माण एजेंसी का अनुबंध निरस्त हो गया। मरम्मत के नाम पर अलग से राशि जारी होने और उसमें भी सड़क कम नेताओं की सेहत ही अधिक बनी राशि का जमकर बंदरबांट किया गया। समय बीतने के साथ पुनः निविदा की प्रक्रिया शुरू हुई नेताओं के अनुकूल निर्माण एजेंसी को लाया गया अनुबंध हुआ सड़क का गुणवत्ता विहीन ही पर कुछ काम हुआ और पुनः बीते महीने उसका भी अनुबंध निरस्त कर दिया गया। अब फिर से टेंडर में साल छः महीने का समय लगेगा लेकिन वर्षात का समय है मरम्मत का कार्य किया जाना चाहिए उसके लिए सांसद जी के अनुसार 12 करोड़ की राशि मिल गई है साथ ही पुराने ढर्रे पर ही पत्रों और फोटो के प्रदर्शन का खेल प्रारम्भ हो गया है अब मरम्मत का कार्य किसी सत्ता पोषित एजेंसी को देकर गोली के घाव को गोबर से ढकने की जुगाड और राशि का वारा न्यारा कर दिया जाएगा आम लोगों को ऐसा विश्वास है। जिलाध्यक्ष द्विवेदी अपने वक्तव्य में आगे कहा है कि अब प्रश्न यह नहीं है कि सड़क कब बनेगी यह भगवान भरोसे है सवाल यह है कि राष्ट्रीय राज मार्ग 39 जो सड़क की योजना से हटकर भूमि पूजन और मरम्मत की परियोजना बन गई है इसके निर्माण में अत्यधिक विलंब, श्रमिक एवं वस्तुओं के कीमत में वृद्धि, बार बार बदले गए इलाईनमेंट तथा मरम्मत के नाम पर व्यय से जो लागत बढ़ी है उसका जिम्मेदार कौन होगा यह निश्चित होना आवश्यक है। इस विषय की निष्पक्ष जांच हो जवाबदारी तय हो और यदि अनियमितता के कारण निर्माण में बिलंब हुआ है तो दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कर राशि वसूल की जानी चाहिए।