सरई थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी सदन यादव एवम सूर्यपाल सिंह पर पीड़ित आदिवासी महिला एवं पिता को प्रताड़ित करने का लगा आरोप

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। मध्यप्रदेश नई जीपी कैलाश मकवाना के सख्त निर्देश के बाद ही सिंगरौली जिले में पुलिस का क्रूरता पूर्वक व्यवहार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही मामला सिंगरौली जिले के सरई थाना क्षेत्र से आया है। जहां पर गोरा निवासी राजमंती सिंह घरेलू हिंसा से पीड़ित महिला ने अपने पति की शिकायत सरई थाने में की जहां से पुलिस से संतुष्ट न होकर कार्यवाही के लिए सीएम हेल्पलाइन 181 में शिकायत की थी। सीएम हेल्पलाइन को बंद करने के लिए सरई थाने में पदस्थ सदन यादव एवं सूर्यपाल सिंह नामक दो पुलिस कर्मियों ने पीड़िता के पिता लक्ष्मण सिंह के घर गोरवानी में गए पीड़िता राजमति सिहर को पूछने लगे। इसके बाद पिता ने बताया कि लडकी बकरी चराने गई है। दोनों पुलिस कर्मियों ने कहा कि चलो कहां गई है। मोबाइल से शिकायत बंद करवाना है। पिता को लेकर जंगल गए लेकिन राजमंती नहीं मिली। जिसके बाद पुलिस कर्मियों ने रोड पहुंचाने को कहा पीड़िता के पिता लक्ष्मण सिंह जब रोड पर साथ गए तो पुलिसकर्मियों ने अमर्यादित एवं अश्रील गालियां देते हुए कहा कि तुमको यहां नहीं छोड़ेंगे सरई थाने में ले जाकर बंद कर देंगे। पीड़िता के पिता की माने तो बिना किसी अपराध के ही शाम 5:00 बजे से रात 10:00 बजे तक बेवजह थाने में बैठाया गया तथा पीड़िता का शिकायत जबरदस्ती बंद करवाने का दबाव बनाए जाने लगा। फिलहाल पुलिस कर्मियों के इस कारनामे से नाराज पीड़ित महिला ने इसकी शिकायत सिंगरौली पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की है। जहां जांच कर कार्रवाई की बात कही गई। आखिरकार सिंगरौली पुलिस के ऊपर सबसे बड़े सवाल खड़े होते है । नियम का उल्लंघन करते हुए पुलिसकर्मियों ने बेवजह बुजुर्ग आदिवासी व्यक्ति को ठंड के मौसम में रात में थाने में क्यों बैठाया गया। अब पीड़ित आदिवासी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन दिया है। अब देखने वाली बात होगी कि इस मामले पर पुलिस अधीक्षक के द्वारा क्या कार्रवाई की जाती है। यदि जांच अधिकारी के द्वारा सरई थाने में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाए तो इन पुलिस कर्मियों के सारे कारनामे सामने आ जाएंगे।
इनका कहना—
वहीं पूरे मामले को लेकर देवसर एसडीओपी राहुल सिंह से जब बात की गई थी उन्होंने कहा कि यह मामला आपके माध्यम से संज्ञान में आया है। मामले की जांच कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी
एसडीओपी राहुल सैयाम देवसर